फिंगरप्रिंट स्कैनिंग में हुआ खुलासा
पद्मावती स्कूल में परीक्षा के दूसरे चरण के दौरान छात्रों का प्रवेश हो रहा था। सभी उम्मीदवारों के दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन किया गया। जब विशांत नाम के उम्मीदवार की फिंगरप्रिंट स्कैनिंग हुई, तो उसका फिंगरप्रिंट सिस्टम से मैच नहीं हुआ। परीक्षा टीम ने कई बार जांच की, लेकिन फिंगरप्रिंट मैच नहीं हुआ।शक होने पर टीम ने उससे पूछताछ शुरू की। आरोपी घबरा गया और संदेह बढ़ने पर उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
आरोपी का खुलासा: पैसे के लालच में दी परीक्षा
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि पकड़ा गया व्यक्ति विशांत नहीं, बल्कि उत्तम कुमार है। उत्तम बिहार का निवासी है और विशांत उसका दोस्त है। दोस्ती के चलते उत्तम ने विशांत के स्थान पर परीक्षा देने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि उसे इस काम के लिए एडवांस में कुछ पैसे दिए गए थे, और परीक्षा के बाद पूरी रकम देने की बात तय हुई थी।विशांत उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के शिकारगाह धनपुरा का निवासी है, जबकि उत्तम बिहार का रहने वाला है। पुलिस को उनकी इस गहरी दोस्ती पर संदेह हुआ। सख्त पूछताछ के बाद उत्तम ने कबूल किया कि उसने मोटी रकम के लालच में यह काम किया।