स्वीमिंग पूल की तलाश में पहुंचे थे नदी किनारे
सुभाषनगर में रामऔतार हलवाई के पास रहने वाली ममता ने अपने 17 वर्षीय भांजे विनीत और पड़ोस में सुशीला बिल्डिंग के पास रहने वाले संजय सिंह के 15 वर्षीय बेटे सत्यम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गुरुवार दोपहर करीब दो बजे दोनों रामगंगा नदी की ओर गए थे और फिर लौटकर नहीं आए। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला, जिसके बाद पुलिस से मदद ली गई। शनिवार दोपहर करीब चार बजे रामगंगा चौकी इंचार्ज विनय बहादुर को सूचना मिली कि नदी में डैम के पास दो शव तैर रहे हैं। इंस्पेक्टर सुभाषनगर धर्मेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों को सूचना दी गई, उन्होंने विनीत और सत्यम की पहचान कर ली।
नहाने के दौरान डूबने की आशंका, पोस्टमार्टम से होगा खुलासा
दोनों किशोरों के सिर्फ अंडरवियर पहने होने के कारण पुलिस को आशंका है कि वे नहाने के दौरान डूब गए। हालांकि, मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा।
परिवार ने नहीं लगाया कोई आरोप, पुलिस कर रही जांच
विनीत और सत्यम के शव कई घंटों तक पानी में रहने की वजह से फूल गए थे, जिससे पहचान करना मुश्किल हो रहा था। सत्यम के हाथ पर ‘मां’ शब्द का टैटू था, जिससे उसकी पहचान हुई। विनीत के बाएं हाथ के अंगूठे का नाखून कटा हुआ था, जिससे उसे पहचाना गया। पुलिस जांच में सामने आया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पता चला कि दोनों एक सब्जी विक्रेता से स्वीमिंग पूल की जानकारी मांग रहे थे। संभावना जताई जा रही है कि वे नहाने के लिए रामगंगा गए और वहां डूब गए।
मोहल्ले के बच्चों के साथ गए थे नदी किनारे
विनीत के बहनोई सतीश कुमार ने बताया कि गुरुवार को मोहल्ले के कुछ और लड़के भी उनके साथ नदी किनारे गए थे। लेकिन, उन्होंने इस घटना की जानकारी नहीं दी। यदि वे तत्काल सूचना दे देते, तो बचाव की संभावना रहती। पुलिस उन लड़कों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।
विनीत ननिहाल में रहता था, सत्यम ने हाल ही में छोड़ी थी पढ़ाई
विनीत अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। मां की मौत के बाद वह ननिहाल में मौसी ममता के साथ रह रहा था। फूल बेचने का काम करता था। सत्यम ने कुछ समय पहले पढ़ाई छोड़ दी थी। वह तीन भाइयों और एक बहन में दूसरे नंबर का था।