दोपहर 12 बजे शुरू किया गया अभियान
अभियान का नेतृत्व अतिक्रमण निरीक्षक विवेक कुमार वर्मा और राजस्व निरीक्षक नीरज गंगवार ने किया। टीम के साथ ट्रैफिक और कोतवाली पुलिस भी मौजूद रही। दोपहर 12 बजे शुरू हुए अभियान में बाजार में हलचल बढ़ गई। जैसे ही टीम आगे बढ़ी, दुकानदारों ने अपनी दुकानें खाली करनी शुरू कर दीं। जिला अस्पताल के पास पहुंचने तक अधिकांश दुकानदारों ने अपना सामान गोदामों में पहुंचा दिया। इसके बाद बची हुई टाट-पटरियां और सड़क किनारे के अवैध निर्माणों को बुलडोजर से हटाया गया।
सीएमओ की शिकायत पर कार्रवाई
अतिक्रमण हटाने की यह बड़ी कार्रवाई सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह के पत्र पर की गई। उन्होंने शिकायत की थी कि जिला अस्पताल के सामने ओवरब्रिज के दोनों ओर सड़क पर फेरीवालों की वजह से जाम की स्थिति बन रही है। जाम के कारण एंबुलेंस और रोगियों को अस्पताल पहुंचने में देरी हो रही थी, जिससे गंभीर मरीजों की जान पर बन सकती थी। इसके बाद नगर निगम की टीम ने जिला अस्पताल के पास के क्षेत्रों में अभियान चलाकर अवैध दुकानों और फेरीवालों को हटाया।
ट्रैफिक पुलिस ने काटे 40 चालान
अभियान के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने पुल के नीचे खड़े अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की। कुल 40 वाहनों के चालान काटे गए और कई वाहनों को पुलिस ने उठाकर कोतवाली में खड़ा करवा दिया। दुकानदारों ने पुलिस की सख्ती के चलते अपने वाहन हटाना शुरू कर दिया।
पुलिस को जिम्मेदारी तय करने का निर्देश
अतिक्रमण निरीक्षक विवेक कुमार वर्मा ने बताया कि अभियान के बाद सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव को पत्र भेजा गया है। इसमें अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई और नियमों का हवाला देते हुए पुलिस की जिम्मेदारी तय करने का अनुरोध किया गया है ताकि दोबारा अतिक्रमण न हो सके।