बाड़मेर में ‘हाईटेंशन’ विवाद, ग्रामीण-पुलिस आमने-सामने, थाने में धरने पर बैठे विधायक रविंद्र सिंह भाटी
विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने आरोप लगाया कि प्रशासन और कुछ निजी कंपनियों की सांठगांठ से ग्रामीणों के हितों की अनदेखी करते हुए जबरन कार्रवाई की गई, जो पूरी तरह से जनविरोधी है।
राजस्थान के बाड़मेर के शिव थाना क्षेत्र के मणिहारी गांव में हाईटेंशन तार को लेकर शनिवार को विवाद गहरा गया। पुलिस के हल्के बल प्रयोग और एक महिला की गिरफ्तारी के बाद विधायक रविंद्र सिंह भाटी ग्रामीणों के साथ शिव थाने पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने रविवार को थाने का बड़े स्तर पर घेराव करने का आह्वान किया है। विधायक और ग्रामीण थाने पर घटना को लेकर विरोध कर रहे हैं।
शिव उपखंड में निजी पावर ग्रिड कंपनी की विद्युत लाइनें बिछाने और पोल लगाने का कार्य चल रहा है। मणिहारी गांव में उचित मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार को कंपनी का कार्य रुकवा दिया। रामसर उपखंड अधिकारी अनिल जैन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और कार्य पुनः शुरू करवाया। इधर, ग्रामीण उचित मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। इस बात को लेकर पुलिस-प्रशासन और ग्रामीणों के बीच नोक-झोंक हो गई।
मामले ने पकड़ा तूल
इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और पुलिस ने तीन ग्रामीणों सहित एक महिला को हिरासत में लिया। इस दौरान धक्का-मुक्की हुई तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। जानकारी के अनुसार पुलिस ने महिला माया देवी सहित राणाराम पुत्र स्वरूपाराम, भूराराम पुत्र मोटाराम, सवाईराम पुत्र इन्द्राराम को शांति भंग के आरोप में दस्तयाब किया। इस पर नाराज ग्रामीण शिव थाने पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। इधर, घटना के बाद शिव विधायक भी धरने स्थल पहुंचे और ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लोगों को घसीटते हुए वाहनों में डाला। महिलाएं छुड़वाने दौड़ीं तो रामसर एसडीएम ने उन्हें रोका। पुरुष पुलिसकर्मी भी महिलाओं को पकड़ते दिखे। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि रामसर एसडीएम घटनास्थल पर क्यों पहुंचे, जबकि मणिहारी गांव शिव उपखंड क्षेत्र में आता है, जहां आइएएस उपखंड अधिकारी व तहसीलदार तैनात हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने जिस महिला को मौके से गिरफ्तार किया है। उसके दो माह मासूम बच्चा है। मासूम बच्चे की दादी उसे लेकर थाने पहुंची।
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पुलिस पर मिलीभगत के आरोप
ग्रामीणों ने प्रशासन व पुलिस पर कंपनी से मिलीभगत के आरोप लगाए। प्रशासन ने बताया कि जिला कलेक्टर की ओर से शिव उपखंड अधिकारी को कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था, लेकिन वे मौके पर नहीं पहुंचे। जबकि रामसर उपखंड अधिकारी यहां आ गए। लोगों का आरोप है कि पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई कम्पनी की मिली भगत के चलते की गई है।
विधायक पहुंचे थाने
विधायक रविंद्र सिंह भाटी ग्रामीणों के साथ शिव थाने पहुंचे और धरना शुरू किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान विधायक की पुलिस के आला अधिकारियों के साथ नोक-झोंक भी हुई। देर रात विधायक धरने पर थे, जबकि रविवार को थाने का घेराव करने का आह्वान किया है।