कार्यशाला को शहर से दूर स्थानांतरित कर इस भूमि पर बस स्टैंड का निर्माण प्रस्तावित है। लेकिन भूमि आवंटन के प्रस्ताव दो बार निरस्त हो चुके हैं। अब तीसरी बार खरकड़ी रोड पर भूमि आंवटन के प्रस्ताव भेजे गए हैं। बस स्टैंड के अभाव में यात्रियों को राजमार्ग पर धूप और बारिश में खुले में बसों का इंतजार करना पड़ता है।

150 किमी की दूरी में कोई बस स्टैंड नहीं
जयपुर से दिल्ली राजमार्ग राजस्थान रोडवेज के अलावा विभिन्न राज्यों की प्रतिदिन बड़ी संख्या में बसों का संचालन होता है। लेकिन राजमार्ग पर जयपुर से राजस्थान की सीमा तक 150 किलोमीटर की दूरी में कहीं भी रोडवेज का बस स्टैंड नहीं है। जयपुर के बाद कोटपूतली जिला मुख्यालय के अलावा शाहपुरा, पावटा और बहरोड़ में भी रोडवेज बस स्टैंड नहीं होने से यहां भी यात्रियों को सड़क के किनारे खड़े रह कर बसों का इंतजार करना पड़ता है।
बीजेपी और कांग्रेस ने की थी बस स्टैंड की घोषणा
यहां साल 2011 में रोडवेज बस स्टैंड उजड़ने के बाद प्रदेश में गठित कांग्रेस और भाजपा सरकार ने यहां रोडवेज का सभी सुविधाओं युक्त आधुनिक बस स्टैंड के निर्माण की घोषणा की थी। लेकिन घोषणा कागजों में सिमट कर रह गई। बस स्टैंड निर्माण के लिए पहले चतुर्भुज में भूमि आंवटन के प्रस्ताव स्वीकृत हुए थे। लेकिन इस जमीन के उबड़-खाबड़ होने से प्रस्ताव रद्द हो गए। इसके बाद सूरदासवाली के समीप भूमि आंवटन के प्रस्ताव भेजे गए, जो भी निरस्त हो गए। अब नगर परिषद ने उप कारागृह के सामने खरकड़ी रोड़ पर भूमि आंवटन के प्रस्ताव सरकार को भेजे हैं।
राजस्थान में 10 दिन में 11 सफाई कर्मियों की मौत, अशोक गहलोत के तेवर तीखे, बोले- आखिर कब टूटेगी सरकार की नींद?
अलग-अलग स्थानों से होती है बसें रवाना
यहां रोडवेज बस स्टैंड के अभाव में पिछले कई साल से रोडवेज की अलग-अलग मार्गों की बसें अलग-अलग स्थानों से रवाना होती हैं। इनमें जयपुर की बसें बस स्टैंड के सामने, जीण माता मंदिरर और डाक बंगले के सामने से, दिल्ली की ओर जाने वाली बसे पुराने एसबीबीजे बैंक व धर्मकांटे के सामने, नीमकाथाना मार्ग की बसें राजकीय कन्या महाविद्यालय के सामने से और अलवर मार्ग की बसें पुल के नीचे से संचालित हो रही हैं।
अस्थाई बस स्टैंड पर सुविधाओं का अभाव
यहां स्थाई बस स्टैंड के अभाव में राजमार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर कई अस्थाई बस स्टैंड होने से यात्री परेशान रहते हैं। इन अस्थाई बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए कोई सुविधा नहीं है। जिला कलेक्टर के निर्देश पर नगर परिषद दो स्थानों पर छाया के लिए टेंट लगाया, लेकिन वो भी फट गया।
साल 1971 में हुई थी भूमि आवंटित
रोडेवज ने 1971 में पालिका की भूमि पर यहां बस स्टैंड और रोडवेज की भूमि पर रोडवेज आगार कार्यशाला शुरू हुई थी। सभी प्रदेशों की बसें यहां रुकती थी। इसके बाद वर्ष 2011 में पालिका ने बस स्टैंड की भूमि पर पालिका कार्यालय भवन व छोटे बस स्टैंड का निर्माण करा दिया। लेकिन बस स्टैंड बहुत छोटा होने से रोडवेज ने इसका उपयोग नहीं किया।
तोड़ी जाएंगी सैकड़ों दुकानें! इन सड़कों पर जमकर अतिक्रमण, ध्वस्तीकरण के लिए चल रही अंदर से तैयारी
बस स्टैंड के अभाव में रोडवेज बसें अलग-अलग स्थानों से संचालित हो रही हैं। बस स्टैंड के लिए नगर परिषद की ओर से भूमि आवंटन के प्रस्ताव स्वीकृति के लिए सरकार को भेजे हुए हैं।
बलवंत सैनी, प्रबंधक संचालन (रोडवेज आगार कोटपूतली)