BJP विधायक अजय सिंह पर लगा दोषी पुलिसकर्मियों को बचाने का आरोप
यह मामला उस घटना से जुड़ा है जिसमें बीते एक किशोर उम्र के ब्राह्मण लड़के की पुलिस हिरासत से छुटने के बाद तबियत खराब होने से मौत हो गई थी।घरवालों ने आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई।इसी बीच इस मामले में अफवाह उड़ी कि विधायक आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और मुकदमा दर्ज नहीं होने दे रहे हैं। यह आरोप सुन विधायक ने भी अपनी सफाई दी।
विरोधियों का विनाश हो जाए
वीडियो में बीजेपी विधायक कहते दिख रहे हैं कि ‘ मेरे खिलाफ अफवाह फैलाया जा रहा है। मैंने नवरात्रि में व्रत किया है। बेवजह इल्ज़ाम पर मै ऐसे लोगों को श्राप भी दे सकता हूं। मैं सूर्यवंशी क्षत्रिय हूं और मां दुर्गा का पुजारी हूं। अगर मुझ पर कीचड़ उछाला गया तो मैं विरोधियों का विनाश होने का श्राप दे दूंगा।
SO लाइन हाजिर, दरोगा और सिपाही सस्पेंड
बता दें कि यह पूरा मामला बस्ती जिले से जुड़ा है। जिले के दुबौलिया थाना क्षेत्र के उभाई गांव में आदर्श उपाध्याय की 25 मार्च को मौत हो गई थी. परिजन ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाया था. इस घटना के विरोध में बीजेपी सहित सभी विपक्षी दल पीड़ित परिवार के साथ खड़े रहे। मामला तुल पकड़ते देख पुलिस अधिकारियों ने एसओ जितेंद्र को लाइन हाजिर किया गया और एक दरोगा एक सिपाही को निलंबित किया गया।
ब्राह्मण किशोर की हत्या पर हो रही है राजनीति
BJP सरकार में यह घटना होने पर विपक्षियों ने BJP विधायक को ही टारगेट में ले किया, और अफवाह फैलाने लगे की विधायक अजय सिंह पुलिस की मदद कर रहे हैं इन आरोपों पर काफी भावुक हुए विधायक ने कहा कि जो लोग भ्रम फैला रहे कि हम पुलिस की साथ दे रहे हैं, मैं उनको श्राप दे सकता हूं कि उनका विनाश हो जाएगा। एक ब्राह्मण की हत्या हुई है और उसमें भी राजनीति हो रही है।
अजय सिंह, विधायक BJP
इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए विधायक अजय सिंह ने कहा कि घटना के दिन सबसे पहले पहुंचने वाला नेता मैं ही हूं. पोस्टमार्टम मेरी देखरेख में हुआ। वीडियोग्राफी कराई गई है।एसओ को मैंने लाइन हाजिर करवाया, दारोगा और सिपाही को सस्पेंड कराया। परिवार की आर्थिक सहायता के लिए मुख्यमंत्री के यहां बात किए इसके बावजूद इतना बड़ा लांछन लगाया जा रहा है।