नवागढ़ विधानसभा के ग्राम पंचायत झिरिया में संचालित मिडिल स्कूल के छत का प्लास्टर तीन दिन पहले रात में गिर गया। सुबह जब सफाई कर्मी आए तो स्थिति देखकर प्रधान पाठक को अवगत कराया। इसके बाद से स्कूल
मंदिर परिसर में संचालित हो रहा है। कोई 135 छात्र तीन कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे हैं। मंदिर शिवनाथ नदी के निकट है। कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है।
आदेश की बरसी हो गई पर जवाब नहीं आया न जांच न हिसाब, उपयोगिता का पता चला ग्राम झिरिया में स्कूल भवन का प्लास्टर गिरने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला पंचायत सदस्य हरीश साहू ने कहा कि पूर्व मुयमंत्री भूपेश बघेल ने जिले को 90 करोड़ रुपए से अधिक की राशि स्कूल भवन मरमत व अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए दिए थे। उसकी उपयोगिता आज सार्वजनिक हो गई है। नवागढ़ विधानसभा में यह तीसरा स्कूल है, जो जुगाड़ से चल रहा है। साहू ने कहा कि जो राशि दी गई न उसका हिसाब है न जांच का पता है। झिरिया तो झांकी है। असली तस्वीर बाकी है।
बेमेतरा जिले में स्कूल जतन योजना में फर्जीवाड़ा की शिकायत सबसे पहले हुई। जनवरी 2024 में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने जांच का आदेश दिया। इसके बाद मुयमंत्री विष्णुदेव साय ने जुलाई 2024 में जांच का आदेश दिया। 8 जुलाई 2024 को स्कूल शिक्षा सचिव ने राज्य के सभी कलेक्टर को पत्र लिखकर रिपोर्ट तलब की।
बजट सत्र में विधायक धरमलाल कौशिक ने विधानसभा में मुद्दा उठाया तो मुयमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब दिया कि जांच जारी है। सीएम के आदेश और स्कूल शिक्षा सचिव के पत्र की बरसी हो गई पर जांच नहीं हो सकी। बेमेतरा डीईओ ने स्वीकार किया कि जांच रिपोर्ट नहीं आई है। वैसे भी एसडीएम नवागढ़ ने कलेक्टर बेमेतरा को जो रिपोर्ट दी थी। उस पर पन्ना नहीं पल्टा गया। अन्यथा नवागढ़ से एक इंजीनियर की विदाई की रस्म पूरा हो गई होती।