60-70 फीसदी लोग आ जाते वापस
भरतपुर रेंज आइजी राहुल प्रकाश का कहना है कि गुमशुदा में करीब 60-70 फीसदी वापस आ जाते हैं तो कुछ को पुलिस तलाश कर लेती है। 5 फीसदी लोग हादसे का शिकार या आत्महत्या कर लेते हैं। जिनके शव पहले तो अज्ञात में मिलते हैं, बाद में उनमें से करीब 3 फीसदी की शिनाख्त हो जाती है, वहीं 2 फीसदी ऐसे भी होते हैं, जिनकी शिनाख्त नहीं हो पाती।60% लापता लोग 18 से 30 वर्ष के
लापता महिलाओं में 60 फीसदी की उम्र 18 से 30 वर्ष होती है, जो प्रेम संबंध के चलते घर से भाग जाती हैं। इनमें 90 फीसदी कुछ समय बाद मिल जाती है। बची शेष 10 फीसदी आत्महत्या या हादसे का शिकार हो जाती हैं। रिपोर्ट के अनुसार बुजुर्ग बच्चों से तंग आकर ही घर छोड़ते हैं या कहीं चले जाते हैं।यह है कारण
- महिलाएं घरेलू हिंसा, पारिवारिक विवाद, मानसिक तनाव, प्रेम संबंध, दहेज और मानव तस्करी के चलते गायब होती हैं।
- बच्चे पढ़ाई के दबाव, सोशल मीडिया से प्रभावित, अपहरण और तस्करी, पारिवारिक कलह, माता-पिता के बीच तलाक के चलते घर छोड़ने को मजबूर होते हैं।
- बुजुर्ग मानसिक दबाव, पारिवारिक उपेक्षा, डिमेंशिया, आर्थिक कारण व मानसिक बीमारियों के चलते घर से गायब हो जाते हैं।
यूं ही कोई लापता नहीं होता
महिलाओं के लापता होने के पीछे मुख्यता घरेलू कारण होते हैं। वहीं, बच्चे पढ़ाई का दबाव, सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव और प्रेम संबंधों के चलते घर छोड़ रहे हैं। वहीं बुजुर्गों के सामने अपने ही परिवार में उनके ही अस्तित्व पर संकट दिख रहा है। इससे वे मानसिक दबाव में रहते हैं। बच्चों द्वारा उपेक्षित होने पर वे मानसिक बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं और अचानक घर छोड़ देते हैं।– डॉ. पवन शर्मा, वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ