थानाधिकारी विजयसिंह छोंकर ने बताया कि जंगी का नगला के पास गड्ढे में से मिट्टी लेते समय पार पर रखी मिट्टी भरभराकर उनके ऊपर गिर गई। चीख पुकार सुनकर आसपास के गांव नगला जंगी, उत्तू, दाउदपुर, दौलतगढ़, घेहरी, गहनोली के सैकड़ों लोग पुलिस को सूचना देते हुए मौके पर पहुंच गए और अपने स्तर से फाबड़े, परात, गेती के जरिए मिट्टी को हटाने लग गए।
स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस व प्रशासन की ओर से बचाव कार्य शुरू किया और सभी को बाहर निकालकर 108 एबुलेंस, एचएच के गश्तीदल की गाड़ी सहित निजी व सरकारी वाहनों से भरतपुर भेजा। उल्लेखनीय है कि हादसे में नगला उत्तू निवासी अनुकूल पुत्र ब्रजेन्द्र सिंह (21), योगेश कुमारी पत्नी अमित कुमार (32), विमला देवी पत्नी श्रीपत सिंह (45) व विनोद कुमारी पत्नी मुंशी लाल (50) जाति जाट की मौत हो गई थी।
19 जून से बंद था काम
पीएचईडी की एईएन अनिता मीणा ने बताया कि चंबल पेयजल पाइप लाइन का काम 19 जून से बंद पड़ा था। 19 जून को जंगी नगला (भरतपुर) गांव में काम शुरू किया गया था। इसके बाद नजदीकी गांव दौलतगढ़ के गांव वालों ने पाइप लाइन डालने का विरोध शुरू कर दिया। वे मुआवजे की बात पर अड़े हुए थे। ऐसे में काम रोक दिया गया था।