भरतपुर। जिला जालोर तहसील आहोर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के हरियाली गांव में अध्यापिका के पद पर कार्यरत अनीता कुमारी शर्मा पत्नी स्व. संदीप भारद्वाज अध्यापिका तृतीय श्रेणी लेवल 2 हिन्दी से कार्यरत है, जो कि स्थानांतरण के लिए सुबह नौ बजे सर्किट हाऊस के गेट पर खड़े होकर रोने लगी।
वह पुलिस के सामने सीएम से मिलने की फरियाद लगाती रही, लेकिन उसे मिलने नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री बाहर निकले तो भीड़ में घुसकर बड़ी मुश्किल से ज्ञापन दिया। महिला ने बताया कि वह 30 अक्टूबर 2013 से जालोर जिले में कार्यरत है।
उसकी दो बेटियां भरतपुर में एक रिश्तेदार के यहां रहकर पढ़ रही है। माह सितम्बर 2020 में मां के देहान्त के बाद बेटियों की देखभाल के लिए मायके व ससुराल में कोई नहीं है। भरतपुर से जालोर की दूरी 650 किलोमीटर है। आने जाने में काफी समस्या होती है।
वहीं फरियादियों को सर्किट हाउस में सीएम को ज्ञापन देने के लिए परेशानी उठानी पड़ी। पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया। जबरन घुसने की कोशिश की तो धक्का देकर दूर किया। सीएम जब बाहर निकले तो फरियादी उनकी गाड़ी के आगे एकत्रित हो गए और ज्ञापन दिए।