2 मरीज का ट्रैवल हिस्ट्री टाइनशिप का एक मरीज एक सेक्टर-1 का है। इस
मरीज के संबंध में बताया जा रहा है कि अभी-अभी आजमगढ़, उत्तर प्रदेश से आया है। वहीं दूसरा मरीज सेक्टर 8 का है, वह भी हाल ही में महाराष्ट्र से लौटा है। आशंका है कि दोनों ही दूसरे राज्य से डेंगू प्रभावित होकर लौटे हैं। तीसरा डेंगू सस्पेक्टेड राधिका नगर भिलाई का रहने वाला है।
यहां पनपते हैं डेंगू के लार्वा डेंगू मच्छर के लार्वा घरों में पड़े पुराने टायर, बर्तन, टंकी में मौजूद पानी में पनपते हैं। इसके अलावा कूलर के साथ-साथ घरों के पीछे नारियल पानी पीने के बाद फेंक दिया जाता है, उसमें भी लार्वा पनपते हैं। बारिश में नगर निगम भिलाई, भिलाई-चरोदा, रिसाली और दुर्ग क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढ़ा हुआ है। लोगों का कहना है कि फॉगिंग हर सड़क में अलग-अलग दिनों में करवाना होगा। वर्तमान में फोगिंग वैसा नहीं हो रहा है।
संयुक्त टीम पहुंची लार्वा की तलाश में बीएसपी और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम पीड़ितों के घरों में पहुंची थी। मरीजों के घर के साथ ही आसपास के क्षेत्र में लार्वा की तलाश की जा रही है। इसके साथ-साथ आसपास के जगह को सील करने की कार्रवाई भी की जा रही है। इससे डेंगू के मच्छर दूसरे घरों तक पहुंच नहीं पाए, और डेंगू को नियंत्रित किया जा सके।
जब डेंगू ने ली थी 52 की जान जिले में डेंगू ने 2018 में कहर बरपा दिया था। तब करीब दो हजार मरीज मिले थे और 52 लोगों की मौत हो गई थी, पर विभाग ने 26 लोगों की मौत की अधिकृत पुष्टि की थी। डेंगू के पांव पसारने के बाद घरों में जाकर लोगों को जागरूक करना, कूलर के पानी की जांच करना और स्लाइड लेने का काम तेज किया था।