चेटीचंड पर सवेरे झूलेलाल मंदिर पर भगवान झूलेलाल का विशेष श्रृंगार किया गया। पूजा के बाद समाज के युवाओं ने वाहन रैली निकाली। मंदिर से संत कंवरराम धर्मशाला तक महिलाओं की अलग रैली निकाली गई। शोभायात्रा नाथद्वारा सराय झूलेलाल मंदिर से शाम को शुरू हुई। स्टेशन चौराहा, सूचना केंद्र, सिटी कोतवाली होते हुए सिंधुनगर के संत कंवरराम चौराहा पहुंची। यहां पवित्र ज्योत का विसर्जन व पल्लव अरदास कर देश व समाज के लिए खुशहाली कामना की। शोभायात्रा के दौरान जगह-जगह जलपान एवं शीतल पेय की व्यवस्था थी।
आयोलाल-झूलेलाल-बेड़ा ही पार, एक दो तीन चार झूलेलाल की जय-जयकार, पार पूजाइंदोअर्जुअगाइंदो देर न लाइंदो, जेकोचवंदो झूलेलाल तहिंजाथिंदोबेड़ो पार… के गगन भेदी जयकारे गूंज रहे थे। शोभायात्रा में भगवान झूलेलाल, संत कंवरराम, राधा कृष्ण व श्रीराम दरबार समेत कई आकर्षक झांकियां थी। स्टेशन चौराहे पर जन प्रतिनिधियों, विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों तथा व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने फूल बरसा कर स्वागत किया। झूलेलाल के जन्मोत्सव पर समाजबंधुओं ने प्रतिष्ठान बंद रखे। नाथद्वारा सराय के दादा हेमराजमल झूलेलाल मंदिर में चिंहित बालकों का जनेऊ व मुंडन संस्कार हुआ।