गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका के 28 मार्च के अंक में पीएम कुसुम योजना में अधिकारी व जनप्रतिनिधि बने औद्योगिक विकास में रोड़ा शीर्षक से प्रकाशित समाचार के बाद मुख्यमंत्री ने मामले में जांच के आदेश दिए थे। समाचार में बताया गया था कि सीएम के गत दिनों भीलवाड़ा दौरे से पहले राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स एसोसिएशन (आरटीएमए) की ओर से 13 मार्च को सीएम को लिखे पत्र के वायरल होने के बाद अधिकारियों में हड़कम्प मच गया था। घटना के बाद प्रसारण निगम के प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल भीलवाड़ा आकर अघिकारियों से भी जानकारी ली थी।
दो अधिकारियों ने लिया जायजा प्रसारण निगम के मुख्य अभियंता एसके मीणा ने फागी के सहायक अभियंता एके मीणा तथा जयपुर के अमित गुप्ता को भीलवाड़ा भेजा। दोनों अधिकारी बीलिया स्थित एक औद्योगिक इकाइ तथा किसानों से सम्पर्क किया। बाद में रायपुर-सहाड़ा विधायक पितलिया के नाथडि़यास स्थित आवास पर मिले। दोनों ने घटनाक्रम की जानकारी ली। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें मुआवाजा नहीं लेने दिया जा रहा। अधिकारियों का भी कहना है कि मुआवजे राशि के चेक तैयार है, लेकिन किसान मुआवजा लेने नहीं आ रहे है।
83 किसानों को संतुष्ट करें-पितलिया विधायक पितलिया ने पत्रिका को बताया कि किसी निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए विभाग किसानों के खेतों से हाई वेल्टेज लाइन निकाल रहा है। विभाग 83 किसानों को उचित मुआवजा नहीं दे रहा है। किसानों को संतुष्ट कर दे तो हमें कोई परेशानी नहीं है। मैं किसानों के हित के लिए खड़ा हूं।