पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि गुरुवार सुबह 5:30 बजे डीएसटी को सूचना मिली कि भीलवाड़ा-उदयपुर हाइवे पर कुछ युवक वाहन चालकों के साथ डकैती करने की योजना बना रहे हैं। गिरोह के लोग हाइवे पर चौधरी होटल के पास से रावण मंगरी जाने वाले लिंक रोड पर झाड़ियों की ओट में छिपे हैं। इस पर थाना प्रभारी लीलाधर मालवीय की अगुवाई में टीम गठित की गई। टीम में शामिल एएसआई नारायणलाल, रज्जाक मोहम्मद व डीएसटी प्रभारी कालूराम, वर्षा आदि ने मौके पर पहुंच कर घेराबंदी की। वहां दो युवती सहित 6 लोग वाहन चालकों से डकैती की योजना बनाते मिले। उनके कब्जे से हथियार भी बरामद हुए। इन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की गई।
दो शातिर बदमाश
पुलिस ने आरोपी केसरलाल व मनमोहन के कब्जे से एक-एक देसी पिस्टल, नारायण से स्टिक व कैलाश से बेसबॉल का बल्ला जब्त किया। आरोपी केसर व मनमोहन का अपराधिक रिकार्ड होना सामने आया। केसरलाल गिरोह का सरगना है। उसके खिलाफ पूर्व में रायपुर, करेड़ा,राजसमंद के आमेट व उदयपुर के सुखेर थाने में भी मामले दर्ज हैं। युवती के जरिए रुकवाते वाहन
थाना प्रभारी लीलाधर मालवीय ने बताया कि गिरोह के लोग हाइवे से गुजरने वाले वाहन चालकों को युवतियों के जरिए रुकवाने के बाद उनके साथ लूटपाट करने वाले थे, लेकिन वारदात से पहले ही पुलिस ने सभी को दबोच लिया।
नहीं फंसे लोग तो बदली योजना
थाना प्रभारी ने बताया कि यह गिरोह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहकर लोगों को प्रेम जाल में फंसाने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सतर्कता के चलते लोग इनके जाल में नहीं फंसे। इसलिए गिरोह ने युवतियों के जरिए वाहन चालकों को रुकवाकर उनके साथ लूटपाट की योजना बनाई। उन्होंने बताया कि आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। दोनों युवतियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश हुए। चार जनों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
पूछताछ में आरोपियों ने केमुनिया निवासी केसरलाल जाट, कोशीथल निवासी मनमोहन सिंह चूंडावत, गंगापुर निवासी नारायण शर्मा व चमनपुरा निवासी कैलाश गुर्जर बताया। जबकि युवतियों ने पुर थाना क्षेत्र की पायल और चित्तौड़गढ़ के निकुंभ थाना क्षेत्र निवासी संगीता बताया।