मामले में पुलिस में शिकायत नहीं की गई है। एसीपी अंजली रघुवंशी ने बताया, उनके बयान नहीं हुए हैं। वहीं पायल के पति किशन मोदी ने कहा, हम फैक्ट्री में 11,000 को रोजगार दे रहे हैं। वे केंद्रीय मंत्री पासवान का हवाला देकर छापे डलवाकर कंपनी बंद कराना चाहते हैं। हमारा परिवार गहरे अवसाद में है, इसलिए पत्नी टूट गई।
सुसाइड नोट सामने आने के बाद पत्रिका ने की पड़ताल
कथित सुसाइड नोट में पायल ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, चंद्रप्रकाश पांडे और लोजपा प्रवक्ता वेदप्रकाश पांडे, सुनील त्रिपाठी, भगवान सिंह मेवाड़ा, हितेश पंजाबी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। 384 करोड़ का सालाना निर्यात करने वाली कंपनी की डायरेक्टर पायल के आत्मघाती कदम और आरोप के बाद पत्रिका ने मामले की पड़ताल की। सामने आया कि पायल ने जिन पर आरोप लगाए हैं वे वही लोग हैं, जिन्होंने कंपनी को इस मुकाम तक पहुंचाने में कोरोनाकाल के पहले तक मुख्य किरदार निभाया था। हालांकि अब वे कंपनी छोड़ चुके हैं या निकाले गए हैं। इनमें से कंपनी के साथ किसी के भी रिश्ते अच्छे नहीं हैं। सुनील और वामिक सिद्दीकी तो कई महीने की जेल भी काट चुके हैं। दुबई के हितेश पंजाबी फरार हैं। पुलिस को लंबे समय से तलाश है। कंपनी की शिकायत पर भोपाल हबीबगंज थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
1. सुनील त्रिपाठी, पूर्व सीईओ
2016 में बतौर प्लांट ऑपरेशन मैनेजर कंपनी ज्वॉइन की। कुछ ही साल में सीईओ बने। प्राइज मास्टर जनरल ट्रेडिंग एलएलसी, बहार इंटरनेशनल ट्रेडिंग कंपनी व एबीआर अलबहार कुवैत को डेयरी प्रोडक्ट्स पर अनाधिकृत ऑफर देकर माल सह्रश्वलाई किया। कंपनी को 15 करोड़ का नुकसान हुआ। इन्होंने भाई-भतीजे के नाम से खुद की कंपनी बनाईं। ऑफर का लाभ दिलाकर माल भेजा। कंपनी की तरफ से हबीबगंज थाना में केस दर्ज कराया। सुनील जेल भी जा चुका है।
2. चंद्रप्रकाश, वेदप्रकाश पांडे
कंपनी के पूर्व डायरेक्टर चंद्रप्रकाश पांडे केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के रिश्ते में जीजा लगते हैं। कोरोना काल तक डायरेटर थे। 2023 में कंपनी से नोता तोड़ लिया। चंद्रप्रकाश के भाई वेदप्रकाश युवा लोजपा (रामविलास) के प्रवक्ता हैं। कंपनी की तरफ से हबीबगंज थाने में मई 2023 को कराई एफआइआर में बलजीत शर्मा, वामिक सिद्दीकी का भी नाम है।
3. हितेश पंजाबी, दुबई के कारोबारी
दुबई की प्राइज मास्टर जनरल ट्रेडिंग के डायरेक्टर। गायत्री फूड से माल खरीदते थे। आरोप है कि सुनील से मिलकर अनाधिकृत ऑफर का लाभ लिया। दुबई में गलत तरीके से गायत्री फूड के नाम से एक फर्म का पंजीयन कराया। विवाद के बीच हितेश ने भी 9 अगस्त 2023 को भोपाल कलेक्टर को आवेदन देकर कहा कि जयश्री गायत्री फूड कंपनी जो उत्पाद उन्हें सप्लाई कर रही हैं, उनमें मिलावट है। नमूने दुबई में अमानक पाए गए हैं।
भगवान सिंह ने पीएमओ तक की शिकायत
सिमरन अपार्टमेंट त्रिलंगा भोपाल निवासी भगवान सिंह पूर्व में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में पदाधिकारी रहे हैं। अभी सक्रिय राजनीति से दूर हैं। भोपाल में एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। कुछ दिन से सुनील, हितेश आदि के संपर्क में हैं। भगवान सिंह ने गायत्री फूड से जुड़ीं महब्वपूर्ण जानकारियां सुनील और हितेश से लीं। कुछ आरटीआइ लगाकर प्राप्त की। इसके बाद इन्होंने ही प्रधानमंत्री कार्यालय में सभी दस्तावेज के साथ शिकायत की। इन्हीं की शिकायत पर ईओडब्ल्यू ने छापामार कार्रवाई की थी।