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गर्ल्स हॉस्टल की नाबालिग छात्रा ने दिया बच्चे को जन्म, मचा हड़कंप पिछले पांच वर्षों में बलात्कार(Rape Case) की घटनाओं में सबसे ज्यादा वृद्धि 158 प्रतिशत झाबुआ जिले में हुई। इंदौर शहर में 103 प्रतिशत, इंदौर ग्रामीण में 69 प्रतिशत, भोपाल शहर में 59 प्रतिशत, रतलाम में 46 प्रतिशत वृद्धि हुई जबकि बालाघाट में 33 प्रतिशत, जबलपुर में 15 प्रतिशत की कमी हुई, गुना, अशोकनगर, भिंड, बुरहानपुर, शाजापुर, कटनी, सिवनी, पन्ना, सतना, अनूपपुर, राजगढ़ में कमी हुई। ग्वालियर, दमोह, विदिशा में संख्या समान रही शेष में बढ़ी है।
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न्यायालय में बलात्कार के प्रकरण की सक्सेस रेट पूछने पर जवाब दिया गया कि पिछले पांच वर्षों में महिला बलात्कार की अनुसूचित जाति के 2739 प्रकरणों के फैसले हुए जिसमें 23 प्रतिशत को सजा तथा 77 प्रतिशत बरी हुए। अनुसूचित जनजाति में 3163 फैसले आए जिनमें, 22 प्रतिशत को सजा तथा 78 प्रतिशत बरी हुए, पिछड़ा वर्ग के 3982 फैसलों में 21 प्रतिशत को सजा तथा 79 प्रतिशत बरी हुए। सामान्य के 1222 फैसलों में 18 परसेंट को सजा हुई तथा 82 प्रतिशत बरी हुए।