विदिशा जिले की 8493 जनसंख्या वाली ग्राम पंचायत बामोरा बड़ी पंचायतों में शुमार है। बामोरा पंचायत से ही 4546 जनसंख्या वाली सीहोरा पंचायत भी सटी हुई है जहां कई औद्योगिक संस्थान, छह हायर सेकंड्री स्कूल, पेट्रोल पंप, कॉलेज संचालित हो रहे हैं।
आर्थिक व भौगोलिक रूप से मंडीबामोरा नगर के रूप में विकसित हो चुका है। यहां शुरु से ही रेलवे स्टेशन है, कई दशक पहले कृषि मंडी खुल चुकी थी। मंडीबामोरा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 10 से अधिक राष्ट्रीयकृत बैंक, सभी प्रमुख नगरों व महानगरों के लिए बेहतर सड़कें, व्यापारिक केंद्र सहित अन्य सुविधाएं भी हैं। मंडीबामोरा, एरण बत्तीसी और कुरवाई तहसील के 100 से ज्यादा गांवों का केंद्रीय स्थल है।
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इन्हीं सभी वजहों से मंडीबामोरा को नगर परिषद बनाने की मांग कई वर्षों से की जा रही है। तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने 2022 में सार्वजनिक मंच से मंडीबामोरा को नगर परिषद बनाने की घोषणा की थी, लेकिन इसपर अमल नहीं हुआ।
बामोरा पंचायत से सीहोरा पंचायत सटी है। कई वर्षों से उपेक्षित पंचायतों के लोग इसे नगर परिषद बनाने की मुहिम चला रहे हैं। बीना आए सीएम डॉ. मोहन यादव ने बामोरा पंचायत को नगर परिषद और उप तहसील बनाने की घोषणा कर दी थी।
सीएम तक दिए जा चुके हैं कई ज्ञापन
प्रबुद्ध नागरिकों का कहना है कि बामोरा और सीहोरा पंचायत को एक करके नगर परिषद बनाने की मांग उचित है, इसके लिए मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन सौंप चुके है लेकिन नतीजा अब तक सिफर रहा है। सीहोरा और बामोरा दोनों को मिलाकर मंडीबामोरा नगर परिषद बनती है तो क्षेत्र की कई स्थानीय आवश्यकताएं स्वत: ही पूरी हो जाएंगी।