भोपाल जिला मत्स्य महासंघ की अधिकारी सुरेखा सराफ गायब हो गई हैं। इंदौर के एक मछली व्यवसायी की शिकायत पर भोपाल में मत्स्य महासंघ के आउटसोर्स कर्मचारी मुबारिक गौरी की रिश्वत लेते हुए की गई गिरफ्तारी के बाद सुरेखा सराफ फरार हो गईं। आउटसोर्स कर्मचारी गौरी को लोकायुक्त ने 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा।
भोपाल लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर निरीक्षक रजनी तिवारी के नेतृत्व में 6 अप्रैल 2025 को एक ट्रैप दल गठित किया गया जिसने मुबारिक गौरी को रिश्वत लेते पकड़ा। इस केस में मुख्य आरोपी जिला मत्स्य महासंघ अधिकारी सुरेखा सराफ और मुबारिक गौरी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 और 12 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
शासन को रिपोर्ट भेजकर टेंडर निरस्त करने का दबाव बनाया
इंदौर निवासी अनवर कादरी की शिकायत पर लोकायुक्त ने ये कार्रवाई की थी। कादरी के मुताबिक उन्होंने राजगढ़ के कुंडलियां डैम में मत्स्य पालन ठेका लिया था। जिला मत्स्य महासंघ की अधिकारी सुरेखा सराफ ने रिश्वत मांगते हुए झूठी कार्रवाई में फंसाने की धमकी दी और शासन को रिपोर्ट भेजकर टेंडर निरस्त करने का दबाव बनाया। परेशान होकर अनवर कादरी ने लोकायुक्त भोपाल के पुलिस अधीक्षक दुर्गेश राठौर से इसकी शिकायत की।
कार्रवाई की भनक लगते ही सुरेखा सराफ फरार
आउटसोर्स कर्मचारी मुबारिक गौरी के खिलाफ कार्रवाई की भनक लगते ही सुरेखा सराफ फरार हो गई। उनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया और बहुत तलाश किया लेकिन वे अब तक नहीं मिलीं हैं। अब मत्स्य पालन विभाग ने भी सुरेखा सराफ को सस्पेंड कर दिया है।