शनिवार को भिंड में आंधी चली। यहां 62 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चली। राजधानी भोपाल और प्रदेश के पश्चिमी हिस्से खंडवा में पानी के साथ ओले गिरे। अचानक ओला पानी गिरने से कई मंडियों में उपज खराब हो गई। रायसेन में ट्रैक्टर ट्रॉलियों में रखी किसानों की धान गीली हो गई। रीवा और जबलपुर में भी धान और गेहूं की सैकड़ों बोरियां पानी में भीग गईं।
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मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में पिछले 24 घंटों में करीब 225 शहरों कस्बों में बरसात हुई है। प्रदेश के 40 से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज की गई। इनमें राजधानी भोपाल के साथ अशोकनगर, आगर-मालवा, बैतूल, बड़वानी, भिंड, दतिया, देवास, खरगोन, गुना, अलीराजपुर, धार, सागर, पन्ना, छतरपुर, दमोह, कटनी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, नरसिंहपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, सतना, सिवनी, रीवा, मुरैना, नीमच, शाजापुर, रतलाम, ग्वालियर, मंदसौर, नर्मदापुरम, सीहोर, रायसेन, उज्जैन, खंडवा, राजगढ़, हरदा, इंदौर, शिवपुरी, विदिशा जिले शामिल हैं।
मंदसौर के गरोठ में सबसे ज्यादा ढाई इंच बरसात हुई। नर्मदापुरम, नसरूल्लागंज और रायसेन जिले के उदयपुरा में भी 2 इंच से ज्यादा पानी गिरा। प्रदेश में ओले पानी के साथ आंधी भी चली। भिंड में सबसे ज्यादा 62 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली। इसके साथ ही शाजापुर में 56 और सीहोर में 54 किमी प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चली।
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29 और 30 दिसंबर:
अशोकनगर, भोपाल, भिंड, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, मंदसौर, नीमच, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया और निवाड़ी में कोहरा छाया रहेगा।