जून 2025 तक काम भी पूरा करने को कहा गया है। इन गांवों को 1284.29 किलोमीटर लंबी सड़कों से जोड़ा जाएगा। बता दें कि नई सड़कों के निर्माण का उद्देश्य पिछड़ी जातियों और जनजातीय क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना। यह परियोजना 2025 के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है। इन गांवों को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत मुख्य सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, टोले-मजरे जैसे छोटे आवासीय क्षेत्रों को भी इस योजना के दायरे में शामिल किया गया है।
ये भी पढ़ें: साल 2025 में बंद हो जाएंगे 3 तरह के बैंक अकाउंट कई चरणों में होगा काम
सड़कों का काम कई चरणों में पूरा होगा। जानिए कौन-कौन से हैं वे चरण…..
पहला चरण- 235 करोड़ से 295 किमी लंबी 125 सड़कें बनाई जा रही हैं। इसके दूसरे भाग में 150.72 करोड़ से 180.29 किमी लंबी 40 सड़कें बनाई जानीं है। दूसरा चरण -1 12.69 करोड़ से 152 किमी लंबी 60 सड़कें बनाई जाएंगी।
तीसरा चरण- 162 करोड़ से 216 किमी लंबी 86 सड़कें बनेंगी। चौथा चरण – 187.74 करोड़ से 254 किमी लंबी 97 सड़कें पांचवां चरण – 801 करोड़ की लागत से 1187 किमी लंबाई वाली 627 सड़कें बनेंगी।
ये होगा प्रभाव
- व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ाना।
- स्कूलों और अस्पतालों तक पहुंच आसान बनाना।
- पिछड़े और वंचित क्षेत्रों में खुशहाली लाना।