वॉट्सऐप में बना रखा था नेटवर्क
आरोपियों के द्वारा वॉट्सऐप के जरिए पूरी डीलिंग की जाती थी। ग्राहक को लड़कियों की फोटो भेजी जाती थी। जिसमें पहले ग्राहक फोटो सेलेक्ट करता था। इसके बाद उसके पते पर लड़कियों को ले जाने और वापस छोड़ने की जिम्मेदारी दलालों रहती थी।कई राज्यों की लड़कियों की तस्वीर हुई बरामद
पुलिस को आरोपियों के फोन से हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और एमपी के अलग-अलग जिलों से 200-250 लड़कियों की फोटो मिली हैं। इस गिरोह के सरगना का पता भी चला है। जो कि आशुतोष वाजपेयी और महक यादव हैं। यह लोग मानव तस्करी मामले में भोपाल की जेल में बंद हैं। इन्हें 26 जनवरी को ही गिरफ्तार किया गया था।
एक शहर में 10 दिन ही रहती लड़कियां
बाहर से बुलाई गई लड़कियों को 10 दिन से ज्यादा एक शहर में नहीं रखा जाता था। जहां-जहां लड़कियां जाती थी। वहां-वहां आशुतोष और महक के गुर्गे जाते थे। लगातार मोबाइल पर लड़कियां संपर्क में रहती थी। यह सभी दलाल शहर के अलग-अलग इलाकों में फैले रहते थे और हाई-प्रोफाइल लोगों की तलाश करते थे। पूरी डील दलालों के द्वारा ही की जाती थी।
रिमांड पर भेजे गए तीनों
पुलिस ने गुरुवार को आरोपी निधि, मकबूल और अर्जुन पटेल को कोर्ट में पेश किया था। जिसके बाद उन्हें 18 फरवरी तक की रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस बाकी आरोपियों से उनके नेटवर्क के बारे में पूछताछ कर रही है।