जांच में चेतन की कार में मिले 52 किलो सोना व 11 करोड़ का सौरभ कनेक्शन मिला है। चेतन ने इसे सौरभ का बताया है। सौरभ व करीबियों के नाम से 108 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियां ईडी ने अटैच की हैं। मामले में ईडी ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में केस दर्ज किया था। एक्ट की धारा 45 में मनी लॉन्ड्रिंग गैर-जमानती है।
आज जमानत की अर्जी लगा सकते हैं
लोकायुक्त विशेष कोर्ट से 1 अप्रैल को सौरभ-चेतन, शरद को जमानत मिली, पर पीएमएलए केस होने से जेल से नहीं निकल सके। शरद के वकील रजनीश बरया ने कहा, तीनों पर 2-2 केस हैं। एक अवैध संपत्ति तो दूसरा फर्जी कंपनियों के डायरेक्टर के रूप में केस है। 11 अप्रैल ईडी विशेष कोर्ट में सुनवाई होगी। बुधवार को वकील जमानत अर्जी लगा सकते हैं।
रिश्तेदारों और करीबियों को दी थी कंपनियों की कमान
सौरभ ने भ्रष्टाचार का पैसा खपाने वाली कंपनियों की कमान रिश्तेदारो-करीबियों को दी। अविरल कंस्ट्रक्शन में शरद-चेतन को डायरेक्टर बनाया। स्काईलॉक कंपनी का जिम्मा पत्नी दिव्या को दिया। उसे जयपुरिया स्कूल का डायरेक्टर भी बनाया। गौर ट्रेडिंग चेतन के नाम है। ईडी ने 55 से ज्यादा संदिग्ध खाते फ्रीज किए हैं।
108 करोड़ की संपत्ति अटैच
● सौरभ का अरेरा कॉलोनी स्थित ई- 7/78 घर। ● अविरल कंस्ट्रक्शन के नाम खरीदी प्रॉपर्टी। ● ग्वालियर में 1 प्लॉट व कृषि भूमि। ● पत्नी दिव्या के नाम भोपाल में बन रहे स्कूल का भवन। ● सास रेखा के नाम भोपाल के मुगालिया कोट में 0.5 हेक्टेयर और कुशलपुरा में दो हेक्टेयर जमीन। ●
शरद जायसवाल के नाम खरीदे पांच प्लॉट, कृषि भूमि। ये भी पढ़ें: 5 साल में रुपए दोगुने करने के लालच में, 11 लाख रुपए लेकर भागी कंपनी, टूटे सपने, बच्चों की छूट गई पढ़ाई