बताया जा रहा है कि वर्तमान में निर्मल नगर, टैगोर नगर, गोपाल नगर के आसपास बिजली के पोल शिटिंग के कारण करीब 8 महीने से अटका हुआ है। मामले को पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था जिसके बाद बिजली के पोल हटाए गए। बता दें कि सड़क का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग की ईएण्डएम विंग के द्वारा कराया जा रहा है, लेकिन बेहतर मॉनिटरगिं ना किए जाने के चलते सड़क के निर्माण में देरी की जा रही है। सड़क पर से बिजली के पोल नहीं हटाए जा रहे थे जिसके चलते निर्माण कार्य रुका हुआ था।
दो साल पहले हुआ था भूमिपूजन
बताया जा रहा है कि सड़क निर्माण के लिए अप्रैल, 2023 में भूमिपूजन किया गया था। पहले सड़क की चौड़ाई को लेकर हुए विवाद और फिर विधानसभा चुनाव के कारण यह काम लगातार देरी से शुरू हुआ। बीच में इस प्रस्तावित फोरलेन सड़क निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ी थी, लेकिन बाधाओं के कारण एक बार फिर यह काम लेटलतीफी का शिकार हो गया है। विभागीय सूत्रों की मानें तो एक-दो महीने में यह काम पूरा करने की डेडलाइन है, लेकिन जिम्मेदार अफसरों और निर्माणी एजेंसी की हीलाहवाली के कारण तीन किमी. का निर्माण होना बाकी है।
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इनको होगा फायदा
इस सड़क से प्रतिदिन तीन लाख से अधिक लोग आवागमन करते हैं क्योंकि यह शार्टकट फोरलेन रोड रायसेन बायपास को सीधे कनेक्ट करता है। साथ ही आसपास की दो दर्जन से अधिक कॉलोनियों की सड़कें भी इससे जुड़ी हुई हैं। जिनमें से सड़क के बनने से पिपलानी बी-सेक्टर, एसओएस बालग्राम, गोपाल नगर, शिवलोक, टैगोर नगर, निर्मल नगर, कृष्णा नगर, राजौरिया फार्म हाउस, पूर्वांचल, नागार्जुन नगर, राधाकुंज सहित भोपाल से बाहर जाने वाले 4 बाईपास रोड में आवागमन करने वाले लोगों को बहुत सुविधा होगी।
इनका कहना है
सड़क का निर्माण कार्य लगभग फ़ीसदी पूरा हो चुका है। साथ ही रोड से बिजली के पोल भी हटवा दिए गए हैं जिससे अब इस रोड से आवागमन सुगम हो सकेगा। – निकिता त्रिवेदी, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी, बिजली शाखा
आधी सड़क पूरी, आधी में गड्ढे ही गड्ढे
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की मानें तो करीब साढ़े 25 करोड़ रुपए से पिपलानी-खजूरी कलां फोरलेन मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। यहां पर शुरूआत में पिपलानी बी-सेक्टर स्थित इलाहाबाद बैंक से लेकर एसओएस बालग्राम-पानी की टंकी-निर्मल नगर तक सड़क बनकर तैयार हो गई है,लेकिन सड़क पर कुछ स्थानों पर निर्माण कार्य चलने के कारण राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। साथ ही आए दिन सड़क हादसे हो रहे थे।