लंबी उठापटक के बाद आखिरकार सरकार को सुप्रीमकोर्ट से सभी अनुमतियां मिल गई हैं। गुप्त तरीके से किसी भी वक्त कचरा हटाने की कार्रवाई शुरु हो जाएगी। 250 किलोमीटर लंबाई का भोपाल से पीथमपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा। लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार 40 साल बाद सूबे के ही पीथमपुर में वैज्ञानिक पद्धति से कचरे को निष्पादन होगा। रामकी एनवायरो में वैज्ञानिकों के निगरानी में कचरें को नष्ट किया जाएगा। कचरे को जलाकर निष्पादित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- प्राचीन राम मंदिर में आधी रात को लगी भीषण आग, मची चीख-पुकार गैस राहत मंत्रालय को निर्देश
12 ट्रैकों में साइंटिफिक क्लोजर के साथ भारी सुरक्षा बल की कचरे को नष्ट करने के लिए ले जाया जाएगा। 300 से ज्यादा पुलिस बल तैनात रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को 6 जनवरी तक हटाने के निर्देश दिए थे। गैस राहत त्रासदी मंत्रालय ने भोपाल और इंदौर कमिश्नर को निर्देश दिया है। सभी आवश्यक तैयारी रखने का निर्देश दिए है। किसी भी वक्त जानलेवा जहरीला कचरा हटाया जा सकता है। ये दिशा निर्देश भोपाल गैस त्रासदी राहत मंत्रालय को दिए गए हैं।