यह भी पढ़ें:
Naxal Encounter: सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, आठ नक्सली ढेर! अभी भी जारी है फायरिंग शव के साथ जवान सकुशल वापस लौट रहे हैं। मारे गए नक्सलियों के शव को लेकर जंगल, पहाड़ के रास्ते जवान पालनार फॉरवर्ड आपरेटिंग बेस कैम्प पहुंचे यहां से शवों को
बीजापुर लाया जाएगा। बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र में तोडक़ा के जंगल में यह मुठभेड़ हुई है। मारे गए नक्सलियों के पास से कई आटोमेटिक हथियार भी बरामद किए गए है। इस सफल अभियान में डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा 202 और सीआरपीएफ 222 बटालियन के जवान शामिल थे।
बड़े नक्सलियों के जमावड़े की खबर ऑपरेशन
मिशन 2026 के तहत तोडक़ा इलाके की ओर जवान निकले थे। इनपुट था कि बड़े कैडर के नक्सलियों का इलाके में जमावड़ा है। 31 जनवरी को फोर्स गंगालूर इलाके में नक्सली विरोधी अभियान में निकली थी। जवानों ने नक्सलियों को चारों ओर से घेरा और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। कई ऑटोमेटिक हथियार बरामद
मारे गए
नक्सलियों के पास से इंसास, बीजीएल लांचर जैसे कई ऑटोमेटिक हथियार बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ में कई और नक्सलियों के मारे जाने और घायल होने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही आसपास के इलाके में सर्चिंग अभियान जारी है।
हिड़मा के इलाके में मुठभेड़, यहां फोर्स के दो कैंप
गांगलूर के जिस तोडक़ा के जंगल में मुठभेड़ हुई वह इलाका कुख्यात नक्सली हिड़मा की बटालियन का है। खास बात यह है कि अब इस इलाके में फोर्स के दो कैंप चेरपाल और पालनार पड़ते हैं। इसके अलावा इलाके में कोंडापल्ली, जिडपल्ली 1, जिडपल्ली 2, वाटेवागु, कोगुड़म,और पीडिया कैंप भी हैं। कैंप के खुलने से पहले ही नक्सली दबाव में हैं।
10 दिन पहले गरियाबंद में 16 नक्सली मारे गए थे
20-21 जनवरी को गरियाबंद जिले के मैनपुर इलाके में मुठभेड़ हुई थी। इसमें 16 नक्सली मारे गए थे। मारे गए नक्सलियों में नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का मेंबर चलपति भी था। वहीं नुआपड़ा-गरियाबंद-धमतरी डिवीजन कमेटी का प्रमुख सत्यम गावड़े भी एनकाउंटर में मारा गया था।
नक्सलियों की शिनाख्ती जारी
बीजापुर एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने कहा मारे गए नक्सलियों के शव बीजापुर पुलिस लाइन लाए गए हैं। शिनाख्ती की कार्रवाई भी चल रही है। ऑपरेशन के बाद सभी जवान सुरक्षित हैं।