Naxal News: दोनों राज्यों में दाखिल हो जाते हैं…
बीजापुर का नेशनल पार्क का एरिया ही ऐसा इलाका जहां नक्सलियों का मूवमेंट अब तक आसानी से होता रहा है। पार्क एरिया के 80 किमी के दायरे में एक भी थाना और कैंप नहीं है। पार्क एरिया के एक छोर पर फरसेगढ़ थाना और दूसरे छोर पर भोपालपट्टनम थाना है। इस इलाके की भगौलिक स्थिति ऐसी है कि यहां नक्सलियों के लिए मूवमेंट आसान रहा है। नक्सली यहां से आसानी से दो राज्यों के बॉर्डर पार कर लेते हैं। पहला बॉर्डर तेलंगाना का है जहां कागजनगर पड़ता है तो वहीं दूसरा बॉर्डर महाराष्ट्र का है जो गढ़चिरौली जिले में है।
नक्सली आसानी से पार्क एरिया से होते हुए दोनों राज्यों में दाखिल हो जाते हैं। सूत्र बता रहे हैं कि नेशनल पार्क एरिया में इस वक्त तेलुगु कैडर के कुछ नक्सली फंसे हुए हैं, जिनमें से दो को फोर्स ने दो दिनों के भीतर ढेर कर दिया है।
पूरे इलाके को हाईटेक तरीके से स्कैन किया जा रहा
एक ओर फोर्स पार्क एरिया को घेरे हुए है तो वहीं दूसरी ओर सेटेलाइट और ड्रोन से जंगल को स्कैन किया जा रहा है। जंगल में जहां भी हलचल दिख रही है वहां के पिन प्वाइंट इनपुट के आधार पर जवान भेजे जा रहे हैं और सफलता मिल रही है। सूत्र बता रहे हैं कि शनिवार तक यहां नक्सलियों के मारे जाने का आंकड़ा और बढ़ सकते हैं। कुछ निचले स् स्तर के कैडर्स को भी फोर्स ने घेरा हुआ है।
बसव राजू के मारे जाने के बाद भगदड़ की स्थिति
पिछले महीने 21 तारीख को नक्सल इतिहास की सबसे बड़ी सफलता फोर्स को मिली। अबूझमाड़ के जंगल में नक्सलियों का चीफ और सेंट्रल कमेटी का महासचिव बसव राजू ढेर कर दिया गया। उसके साथ २७ अन्य नक्सली भी मारे गए थे। बसव राजू के मारे जाने के बाद से नक्सल संगठन में भगदड़ की स्थिति है। नक्सली जिस भी इलाके में मूवमेंट कर रहे हैं वे फोर्स के निशाने पर आ जा रहे हैं। नेशनल पार्क का 2799 वर्ग किमी का इलाका अब सुरक्षित नहीं
कभी नक्सलियों का अभेद्य किला माने जाने वाला नेशनल पार्क इलाका भी अब उनके लिए एनकाउंटर जोन बनता जा रहा है। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान जो कि 2799.03 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है वह अब सुरक्षा बलों की जद में है। इस पार्क का कोर ज़ोन 1258.321 वर्ग किमी में और बफर ज़ोन 1540.714 वर्ग किमी में फैला है। इतने बड़े क्षेत्र में अब नक्सलियों को छिपने की जगह नहीं मिल रही।
नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन का सबसे खूंखार नक्सली और सेंट्रल कमेटी का मेंबर माड़मी हिड़मा की 25 साल बाद कोई तस्वीर सामने आई है। हिड़मा ने 16 साल की उम्र में हथियार थाम लिया था और उसके बाद से फोर्स के पास उसकी एक ही तस्वीर थी। उसकी ताजा तस्वीर अब फोर्स को मिल चुकी है। बस्तर में जारी निर्णायक अभियान के बीच उसकी तस्वीर मिलने से फोर्स को भविष्य को फायदा होगा।
सैकड़ों जवानों की हत्या
Naxal News: 1 करोड़ का इनामी हिड़मा बस्तर का सबसे दुर्दांत नक्सली माना जाता रहा। कई बड़ी मुठभेड़ को उसने खुद लीड किया है। साल 2010 के बाद बस्तर में हुई प्रमुख मुठभेड़ों का मास्टर माइंड वही रहा है। वह जवानों को एंबुश में फंसाने में भी माहिर रहा है। अब तक उसने सैकड़ों जवानों की हत्या की है। नेशनल पार्क के जंगल में बड़ी मुठभेड़ पिछले तीन दिनों से चल रही है और दो दिन में दो बड़ी खबर यहां से आ चुकी है। फोर्स के जवान लगातार जंगल में दाखिल हो रहे हैं।
भोपालपट्टनम की तरफ से शुक्रवार रात भी फोर्स के जवान जंगल की ओर मूवमेंट करते दिखे। बताया जा रहा है कि इस वक्त दो हजार से ज्यादा जवानों ने पार्क के 80 किमी के दायरे को घेरा हुआ है। डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा के जवान पूरे ऑपरेशन में शामिल हैं।