ग्रामीणों ने जताई नाराजगी, मूर्ति पुनः स्थापित करने की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि रतनपुर निवासी गोविंद के घर के प्रांगण में स्थित पीपल के पेड़ के नीचे शनिदेव मंदिर बना हुआ है। कुछ दिन पहले मूर्ति खंडित हो गई थी, जिसके बाद ग्रामीणों ने नई मूर्ति स्थापित कर दी। लेकिन 28 जून को ग्राम प्रधान जगत सिंह की शिकायत पर प्रशासन ने मूर्ति को हटा दिया, जिससे गांव में आक्रोश फैल गया।
मकान मालिक ने बताया निजी जमीन
गोविंद ने बताया कि शनिदेव की मूर्ति जिस स्थान पर स्थापित की गई थी, वह उनकी निजी संपत्ति है। उनके पास जमीन से संबंधित सभी वैध दस्तावेज मौजूद हैं। इसके बावजूद प्रशासन द्वारा मूर्ति हटाना अन्यायपूर्ण है।
17 लोगों के खिलाफ मुकदमा, बजरंग दल का आरोप
इस मामले में पुलिस ने 17 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बजरंग दल मेरठ प्रांत के सुरक्षा प्रमुख आशीष बालियान ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि सीओ स्तर के अधिकारी ने ग्रामीणों के साथ अभद्रता की है।
ग्राम प्रधान पर लगाया भ्रामक वीडियो फैलाने का आरोप
प्रदर्शनकारियों ने ग्राम प्रधान पर सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि गांव में स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया जा सकता है। ज्ञापन सौंपकर की केस वापस लेने की मांग
ग्रामीणों ने एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए 17 लोगों पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने और शनिदेव की मूर्ति को पुनः उसी स्थान पर स्थापित करने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण, सामाजिक संगठन और बजरंग दल के सदस्य मौजूद रहे।