आज तक इस किसान के खेत में विद्युत कनेक्शन नहीं हुआ। किसान का माथा तब ठनका, जब उसके कनेक्शन का 2 लाख 49 हजार 640 रुपए का बिल बिजली विभाग ने जारी कर दिया। इतना ही नहीं, किसान इस मामले को लेकर कई दिनों से बिजली विभाग के अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
कलक्टर ने दिया किसान को तल्काल राहत के निर्देश
किसान की पीड़ा सुनकर जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने बिजली विभाग के रवैये पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों को तत्काल किसान को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त डॉ. रवि सुरपुर ने कहा कि जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी जनसुनवाई और रात्रि चौपाल इस तरह से आयोजित करें कि सभी 364 ग्राम पंचायत कवर हो जाएं। उन्होंने अधिकारियों को आईना दिखाते हुए कहा कि आस-पास के गांव या क्षेत्र में जाकर जनसुनवाई और रात्रि चौपाल की खानापूर्ति की जगह दूर-दराज के क्षेत्रों में जाया करें। इसके लिए सबसे पहले उन पंचायतों में जाएं, जहां सबसे ज्यादा आबादी है। इसके बाद उससे कम वाले गांवों को कवर करें।
जनसुनवाई के समय का सदुपयोग करें
संभागीय आयुक्त डॉ. सुरपुर ने कहा कि जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान ब्लॉक स्तरीय अधिकारी केवल बैठे नहीं रहें। जिला स्तर से किसी परिवेदना पर जवाब मांगा जाए, तो वीसी के माध्यम से दें। शेष समय अपने यहां लबित परिवेदनाओं और स्थानीय समस्याओं का रिव्यू कर लें। तीन-चार घंटे का सदुपयोग करें। उपखण्ड अधिकारियों के टूर और इंस्पेक्शन के मामले में लूणकरनसर को छोड़कर किसी भी ब्लॉक की रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है।
101 परिवेदनाओं की सुनवाई
जिला स्तरीय जन सुनवाई में 101 परिवेदनाएं प्राप्त हुई। अधिकांश समस्याओं का जिला कलकटर ने मौके पर ही निस्तारण कर दिया। सतर्कता के अंतर्गत 9 प्रकरणों की सुनवाई की गई। जनसुनवाई में जिला परिषद सीईओ सोहनलाल, बीडीए सचिव अर्पणा गुप्ता, निगम आयुक्त मयंक मनीष, एडीएम सिटी रमेश देव भी मौजूद रहे।