राजस्थान में हजारों बीघा जमीन के फर्जी आवंटन मामले में अब ACB की एंट्री, SDM सहित 15 कर्मचारियों पर FIR दर्ज
पूगल में तत्कालीन अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत से 508.68 हेक्टेयर जमीन यानी दो हजार बीघा भूमि का फर्जी तरीके से आवंटन कर दिया गया, जिससे सरकार को करीब 40 करोड़ का नुकसान हुआ।
बीकानेर। पूगल में तत्कालीन अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत से 508.68 हेक्टेयर जमीन यानी दो हजार बीघा भूमि का फर्जी तरीके से आवंटन कर दिया गया, जिससे सरकार को करीब 40 करोड़ का नुकसान हुआ। अब इस मामले में एसीबी मुख्यालय ने एसडीएम, पटवारी समेत 15 कार्मिकों एवं 31 अन्य लाभार्थियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
तहसील पूगल में राजकीय भूमि का पुरानी तिथियों में निष्प्रभावी आबंटन किया गया। जांच के लिए इंगांनप बीकानेर के अतिरिक्त आयुक्त एमएल नेहरा के नेतृत्व में प्रशिक्षु आईएएस यक्ष चौधरी, उपनिवेशन आयुक्त के सहायक राजस्व लेखाधिकारी ग्रेड प्रथम श्रवण सिंह चारण एवं वरिष्ठ विधि अधिकारी कपिल तंवर की कमेटी गठित की गई। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जिला कलक्टर नमृता वृष्णि ने कार्रवाई की।
यहां-यहां हुआ घोटाला
करणीसर भाटियान, बान्दरेवाला, बरजू, दीनसर, सुरासर में फर्जी तरीके से हुआ आवंटन।
इनके खिलाफ मामला
तत्कालीन उपखंड अधिकारी पूगल सीता शर्मा, तत्कालीन उपखंड अधिकारी मनोज खेमदा, तत्कालीन तहसीलदार पूगल रामेश्वरलाल गढ़वाल, तत्कालीन तहसीलदार पूगल अदित्या, तत्कालीन तहसीलदार सेवानिवृत्त कालूराम, तत्कालीन तहसीलदार पूगल हाल कार्य व्यवस्थार्थ तहसीलदार खींवसर महेन्द्र सिंह मुवाल, तत्कालीन नायब तहसीलदार पूगल राजेश कुमार शर्मा, तत्कालीन भू अभिलेख निरीक्षक पूगल हाल तहसीलदार भू.अ. कार्यालय खाजूवाला इकबाल सिंह, अभिलेख निरीक्षक पूगल हाल सेवानिवृत जय सिंह चौहान, तत्कालीन ऑफिस कानूनगो तहसील कार्यालय पूगल हाल तहसीलदार भू.अ. कार्यालय खाजूवाला भंवरराम मेघवाल, तत्कालीन पटवारी तहसील पूगल हाल सेवानिवृत राजेन्द्र कुमार स्वामी, तत्कालीन पटवारी पूगल विकास पूनिया, तत्कालीन पटवारी पूगल हाल तहसीलदार भू.अ. कार्यालय जसरासर लूणाराम, तत्कालीन पटवारी पूगल हाल निलंबित मुख्यालय कार्यालय उपखंड अधिकारी बज्जू मांगीलाल एवं तत्कालीन तहसीलदार पूगल रणवीर सिंह। मामला दर्ज होने से पहले ही आरोपी रणवीर सिंह का आकस्मिक निधन हो चुका है।
लंबे समय से छतरगढ़ और पूगल में जमीनों का फर्जी तरीके से आवंटन कर करोड़ों की बंदरबाट करने की शिकायतें मिल रही थीं। पता चलने पर जिला प्रशासन ने प्रशिक्षु आईएएस यक्ष चौधरी से जांच कराई। जांच में पता चला कि पूगल में कार्मिकों ने पद का दुरुपयोग और मिलीभगत से 508.68 हेक्टेयर जमीन का 31 लाभार्थियों को फर्जी आवंटन कर सरकार को करीब 40 करोड़ का नुकसान पहुंचाया है।
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जिला कलक्टर ने आरोपी कार्मिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की सहमति दे दी। राजस्व विभाग के आदेश पर तत्कालीन 15 कार्मिकों व 31 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। बीकानेर एसीबी चौकी के एएसपी महावीर प्रसाद शर्मा की रिपोर्ट पर मुकदमे की जांच स्पेशल यूनिट के एएसपी आशीष कुमार को दी गई है।