हवेलियों की नगरी बीकानेर में नए तरीके से हो रहा हवाला, 200 करोड़ रुपए के खेल का हुआ खुलासा, पुलिस के उड़े होश
Hawala in Bikaner : हवेलियों की नगरी बीकानेर हवाला कारोबार की चपेट में है। चौंकाने वाली बात यह है कि हवाला कारोबारियों ने नए तरीके का इस्तेमाल किया है। इसका खुलासा हुआ एक महिला के बैंक खाते से, जहां दो माह में 200 करोड़ से अधिक का लेन-देन सामने आया। जानें कैसे?
1. स्थनीय एजेंट को नकद राशि दे नोट नम्बर प्राप्त किया। 2. दूसरी जगह हवाला एजेंट से नोट नम्बर मिलान कर राशि ली। 3. प्राप्त हवाला राशि फर्जी बैंक खातों के जरिए भेजा जाता है।
बृजेश सिंह, जयप्रकाश गहलोत Hawala in Bikaner : बीकानेर. हवेलियों की नगरी बीकानेर हवाला कारोबार की चपेट में है। चौंकाने वाली बात यह है कि हवाला कारोबारियों ने नए तरीके का इस्तेमाल किया है। वे किराए के खातों के जरिये हवाला कारोबार संचालित कर रहे हैं। इसका खुलासा हुआ एक महिला के बैंक खाते से, जहां दो माह में 200 करोड़ से अधिक का लेन-देन सामने आया। इसके बाद फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने तीन खातों की जांच शुरू की है। एक खाते में 2 करोड़ एक लाख का ट्रांजेक्शन भी जांच के दायरे में है। इधर बीछवाल में 2 अप्रेल को एक व्यापारी के कर्मचारियों के साथ एक करोड़ 3 हजार की लूट के बाद हुई पड़ताल ने तो पुलिस के होश ही उड़ा दिए। व्यापारी की बैंक डिटेल खंगाली गई, तो 141 करोड़ रुपए का लेना-देना सामने आया।
पड़ताल में पता चला कि लूणकरनसर और श्रीडूंगरगढ़ के ग्रामीण युवा हवाला नेटवर्क में कैश डिलीवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। ये युवा दिल्ली-बीकानेर के बीच नकदी ट्रांसफर करते हैं और जांच की आशंका पर गांव लौट जाते हैं। हवाला कारोबारी लगातार अपने कैश हैंडलर्स बदलते रहते हैं।
जयपुर, जोधपुर, बीकानेर बने गढ़
हवाला से ट्रांसफर राशि का उपयोग नशा तस्करी, अवैध हथियार, क्रिकेट सट्टा, चुनावी खर्च और बेनामी जमीन सौदों में हो रहा है। डिजिटल ट्रांजेक्शन के जरिये जोखिम और लागत कम की जा रही है। जयपुर, जोधपुर, सांचौर और सीकर के साथ बीकानेर में हवाला कारोबार तेजी से पनप रहा है।
पुलिस जांच कर नियमानुसार कार्रवाई करेगी
बैंक खाते किराए पर लेकर लेन-देन करने के मामले सामने आने पर संबंधित एजेंसी को सूचित करेंगे। पुलिस जांच कर नियमानुसार कार्रवाई करेगी। सौरभ तिवाड़ी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
हवाला का तरीका और किराए के खाते
हवाला में एजेंट को कैश और नोट नंबर दिया जाता है। रिसीवर नंबर के मिलान पर पैसा लेता है। हवाला से आए पैसों को असली दिखाने के लिए इन्हीं खातों में छोटे-छोटे ट्रांजेक्शन किए जाते हैं, ताकि बड़ी राशि ध्यान में न आए। यह प्रक्रिया मनी लॉन्ड्रिंग के प्लेसमेंट और लेयरिंग स्टेज से मिलती है। जैसे ही पैसा खातों में आता है, उसे अन्य खातों में भेज दिया जाता है।
हवाला का तरीका और किराए के खाते
हवाला में स्थानीय एजेंट को कैश और नोट नंबर दिया जाता है। रिसीवर उसी नंबर के मिलान पर पैसा लेता है। प्रति लाख पर 300-400 रुपए फीस ली जाती है। हवाला से आए पैसों को असली दिखाने के लिए इन्हीं खातों में छोटे-छोटे ट्रांजेक्शन किए जाते हैं, ताकि बड़ी राशि ध्यान में न आए। यह प्रक्रिया मनी लॉन्ड्रिंग के प्लेसमेंट और लेयरिंग स्टेज से मिलती है। जैसे ही पैसा इन खातों में आता है, उसे कुछ ही समय में आगे अन्य खातों में भेज दिया जाता है। यह पूरा जाल बहुत तेजी से काम करता है, ताकि ट्रैकिंग मुश्किल हो।
ऐसे हो रही निगरानी
खुफिया इनपुट्स और बैंकिंग सॉफ्टवेयर की मदद से संदिग्ध ट्रांजेक्शन को ट्रैक किया जा रहा है।