ऐसे मिली घटना की जानकारी थानाधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि जसवंत नायक अपने परिवार के साथ गांव की रोही में ढाणी में रहते हैं। रविवार को जसवंत घर से बाहर गया हुआ था, जबकि उसकी पत्नी और बच्चे घर पर थे। एक दिन पहले ही घर में जागरण हुआ था, जिसके कारण भंवरी देवी कमरे में सो रही थी। दोपहर में करीब तीन बजे भंवरी देवी अपनी एक साल की बेटी के साथ कमरे में थी, जबकि उसका बेटा राकेश बाहर खेल रहा था। अचानक, कुछ देर तक राकेश की आवाज नहीं आई। जब भंवरी देवी ने उसकी तलाश की, तो वह पानी की कुंडी में छटपटाता हुआ दिखा। बेटे को बचाने के लिए भंवरी देवी भी कुंडी में कूद पड़ी, और दोनों की मौत हो गई।
पोती को रोते देख सास को पता चला हादसे का पता तब चला जब भंवरी देवी की सास दोपहर में सोकर उठी और अपनी पोती को रोते हुए देखा। उसने बहू को आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब उसने कुंडी में देखा, तो भंवरी देवी और राकेश पानी में दिखाई दिए। उसके बाद सास ने शोर मचाया और ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद भंवरी देवी के पति प्रेमराम और ससुर जसवंत भी गांव पहुंचे।