इस मामले में विकास विस्तार अधिकारी सुनील तिवारी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ धारा 420, 34, 409, 120बी के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। गौरतलब है कि
प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्त को लेकर आए दिन शिकायतें आ रही थी। लेकिन जिम्मेदार कुछ नहीं कर रहे थे।
PM Awas Yojana: जांच में इतनी राशि की हुई गड़बड़ी
आवास मित्र राजेश सोनवानी के खाते में 1,20,000रुपए., सरस्वती वर्मन के खाते में 1,20,000 रुपए, केहर सिंह श्रीवास के खाते में 95,000 रुपए, रागिनी सोनवानी के खाते में 96,000 रु., सरोजनी बंजारे के खाते में 1,20,000 रुपए एवं गंगोत्री पात्रे के खाते में 1,20,000 रुपए आवास के रकम डलवाकर कुल 6,70,000 रुपए की शासकीय राशि की अनियमितता करने का मामला जांच में पाया गया। फर्जी हितग्राही बनाया
जांच में सामने आया कि राजेश सोनवानी (आवास मित्र) ने स्वयं व अपने रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी पंजीयन कर लाभ प्राप्त किया। दिलीप पात्रे (पंचायत सचिव) ने गलत प्रस्ताव ग्राम सभा में पारित किया और फर्जी दस्तावेजों को सत्यापित किया। वहीं रितेश श्रीवास (अस्थायी रोजगार सहायक) ने जियो टैगिंग व डाटा एंट्री में अनियमितता की। तीनों ने मिलकर फर्जी हितग्राही बनाकर योजना की राशि का गबन किया।
ऐसे की गई गड़बड़ी
आवास मित्र राजेश कुमार पिता कन्हैया के स्थान पर स्वयं का खाता व आधार नं. देकर स्वयं हितग्राही बना है। हितग्राही सरस्वती मरावी के स्थान पर सरस्वती वर्मन का खाता व आधार नं. देकर सरस्वती वर्मन को हितग्राही बनाया है। मृत रामफल पोर्ते के स्थान पर केहर सिंह श्रीवास के खाता व आधार नं. देकर केहर सिंह श्रीवास को हितग्राही बनाया है। हितग्राही लैनी बाई पति जनक राम गंर्धव के स्थान पर रागिनी सोनवानी के खाता व आधार नं. देकर रागिनी सोनवानी को हितग्राही बनाया है। हितग्राही सोनादेवी अग्रवाल पिता प्रदीप अग्रवाल के स्थान पर सरोजनी बंजारे के खाता व आधार नं. देकर सरोजनी बंजारे को हितग्राही बनाया है। हितग्राही गंगोत्री यादव जो पहले से मृत है के स्थान पर गंगोत्री पात्रे के खाता व आधार नं. देकर गंगोत्री पात्रे को हितग्राही बनाया है।