चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने इसके लिए सितंबर में सुनवाई निर्धारित करते हुए शासन को पर्याप्त समय रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए दिया है। बस्तर के चार जिलों समेत जांजगीर चाम्पा जिले में सौर स्ट्रीट लाइट की खरीदी में हुए घोटाले में स्वत: संज्ञान याचिका पर सुनवाई चल रही है।
बस्तर के 181 गांवों में लाइट नहीं
बस्तर संभाग के सुकमा, बस्तर, कोंडागांव, कांकेर समेत जांजगीर-चांपा जिले में सोलर स्ट्रीट लाइट खरीदी में करोड़ों का घोटाला सामने आया था। समाचार माध्यमों से इसकी जानकारी मिलने के बाद
हाईकोर्ट ने स्व संज्ञान लिया और जनहित याचिका के रूप में सुनवाई शुरू की। यह बात सामने आई कि बस्तर इलाके में सोलर लाइट के टेंडर में भारी गड़बड़ी की गई है। बस्तर के 181 गांवों में लाइट नहीं लगी हैं और भुगतान कर दिया गया है।
सख्त कार्रवाई की उम्मीद
हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद लोगों को उम्मीद है कि इस मामले में दोषियों पर जल्द ही सख्त कार्रवाई होगी। बस्तर जैसे दूरस्थ इलाकों में जहां बिजली की सुविधा पहले से कमजोर है, वहां सोलर लाइट्स के नाम पर करोड़ों की हेरा-फेरी होना गंभीर चिंता का विषय है। अब सभी की नजरें सितंबर में होने वाली अगली सुनवाई पर टिकी हैं।