Women’s Day 2025: ये हैं हिंदी सिनेमा के ऐतिहासिक महिला किरदार और उन्हें निभाने वाली एक्ट्रेस
Women’s Day 2025: महिला दिवस के अवसर पर हम आपको बताने जा रहे हैं हिंदी सिनेमा के पॉवरफुल महिला किरदार और उन्हें निभाने वाली एक्ट्रेस के बारे में जिनके नाम इतिहास में दर्ज हो गए। बॉलीवुड की ये महिला किरदार सिर्फ सिनेमा तक सीमित नहीं रहे, बल्कि उन्होंने समाज में भी एक मजबूत संदेश दिया।
Women’s Day 2025: हर साल 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता है, जो दुनिया भर की महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करता है। इस खास दिन पर हम हिंदी सिनेमा की उन दमदार महिला किरदारों को याद कर रहे हैं, जिन्होंने सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई। इन किरदारों को निभाने वाली एक्ट्रेस ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है, साथ ही समाज को भी एक खास संदेश दिया।
एक्ट्रेस नरगिस दत्त साल: 1957 निर्देशक: महबूब खान नरगिस दत्त ने मदर इंडिया में “राधा” का किरदार निभाया था जो एक साहसी मां होती है। वो अपने बेटे (सुनील दत्त) को सही रास्ते पर लाने के लिए उसे गोली मारने तक का कठिन फैसला लेती है। ये फिल्म भारत की पहली ऑस्कर नॉमिनेटेड फिल्म भी बनी थी।
(1936) Ashok Kumar and Devika Rani in ‘Achhut Kanya’ – “love story of Brahmin Boy with Harijan (untouchable) girl. Film sets good example of how every human is equal & love knows no boundaries”#NationalGirlChildDaypic.twitter.com/DwanwzUCSY
निर्देशक: फ्रांज ऑस्टेन देविका रानी को भारतीय सिनेमा की पहली महिला सुपरस्टार माना जाता है। फिल्म में उन्होंने “कस्तूरी” का किरदार निभाया, जो एक अछूत लड़की है और ऊंची जाति के लड़के (अशोक कुमार) से प्रेम करती है। ये फिल्म जातिवाद पर एक गहरी कहानी थी।
शबाना आजमी साल: 1982 निर्देशक: महेश भट्ट शबाना आजमी ने पूजा का किरदार निभाया जो अपने बेवफा पति को छोड़कर एक नई जिंदगी की शुरुआत करती है। ये फिल्म महिलाओं की आत्मनिर्भरता का शानदार उदाहरण है।
4. वहीदा रहमान- गाइड (Guide)
साल: 1965 निर्देशक: विजय आनंद फिल्म गाइड में वहीदा रहमान ने “रोज़ी” का किरदार निभाया, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए समाज के नियम तोड़ती है। ये बॉलीवुड की सबसे प्रगतिशील फिल्मों में से एक मानी जाती है।
5. शर्मिला टैगोर- आराधना (Aradhana)
शर्मिला टैगोर साल: 1969 निर्देशक: शक्ति सामंत शर्मिला टैगोर ने वंदना का किरदार निभाया, जो अपने पति (राजेश खन्ना) की मौत के बाद अकेले अपने बच्चे को पालने के लिए समाज से संघर्ष करती है।
बॉलीवुड की ये महिला किरदार सिर्फ सिनेमा तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि उन्होंने समाज में भी एक मजबूत संदेश दिया। महिला दिवस के इस खास मौके पर हम इन अद्भुत किरदारों और उन्हें निभाने वाली अभिनेत्रियों को सलाम करते हैं।