हद हो गई! भारतीय सिनेमा में फिर से पाकिस्तानी एक्टर्स की एंट्री; इस फिल्म के लिए बैन की मांग
Bollywood: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तानी एक्टर्स की बॉलीवुड में एंट्री को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। बैन तक की मांग हो रही है। इस बीच दिलजीत दोसांझ स्टारर ‘सरदार जी 3’ पर आपत्ति जताई जा रही है क्योंकि…
Controversy News: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से देश में पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर एक बार फिर बहस तेज हो गई है। दिलजीत दोसांझ की अपकमिंग फिल्म ‘सरदार जी 3’ विवादों में घिर गई है। वजह है फिल्म में कई पाकिस्तानी कलाकारों की मौजूदगी, जिनमें हानिया आमिर, नासिर चिन्योटी, डैनियल खावर और सलीम अलबेला जैसे नाम शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर कई लोग फिल्म के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और इसकी रिलीज पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि एक तरफ सीमा पर हमारे जवान शहीद हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान से कलाकार बुलाकर फिल्मों में जगह देना सही नहीं है।
भारतीय सिनेमा में पाकिस्तानी कलाकारों को जगह देना गलत
भारतीय जनता पार्टी चित्रपट कामगार आघाड़ी संघ ने तनाव और कुछ पाकिस्तानी हस्तियों के भारत विरोधी बयानों के मद्देनजर इस सहयोग पर गंभीर चिंता जताई। खासकर, भारत के हालिया ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले के जवाब में सोशल मीडिया पर दिए गए बयानों को लेकर संगठन नाराज है।
संघ का कहना है कि भारतीय सिनेमा में पाकिस्तानी कलाकारों को जगह देना गलत है और यह देश की भावनाओं और सम्मान के खिलाफ है। संघ ने अपने बयान में कहा, “हम किसी भी पाकिस्तानी कलाकार को भारतीय सिनेमा से जोड़ने का कड़ा विरोध करते हैं। भाजपा चित्रपट कामगार संघ की मांग है कि ‘सरदार जी 3’ को सेंसर सर्टिफिकेट न मिले। यह सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, यह राष्ट्रीय भावना और हमारे देश की गरिमा से जुड़ा मुद्दा भी है।”
संघ ने आगे कहा कि भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों की भागीदारी सशस्त्र बलों के बलिदान का अपमान है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने खुले तौर पर भारत को अपना दुश्मन घोषित कर दिया है और फिर भी हम उनके कलाकारों के लिए दरवाजे खोलते रहते हैं। यह अस्वीकार्य है। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के श्रमिकों और तकनीशियनों के प्रतिनिधि के रूप में हम चुप नहीं बैठ सकते और ऐसा होने नहीं दे सकते।”
इस बीच आघाड़ी संघ ने सेंसर बोर्ड (CBFC) और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से अपील की कि वे राष्ट्रीय भावना को ध्यान में रखते हुए ‘सरदार जी 3’ को प्रमाण पत्र जारी न करें और इसकी भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज पर तत्काल रोक लगाएं।
संघ का तर्क है कि भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों को मौका देना देशवासियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। उनका कहना है कि सरकार को इस फिल्म की रिलीज की अनुमति न देकर राष्ट्रहित और राष्ट्रीय सम्मान की रक्षा करनी चाहिए।