ऑपरेशन राइजिंग लायन में बड़ी सफलता के दावे
उन्होंने दावा किया कि इज़राइल ने इस अभियान में ईरान के कई शीर्ष सैन्य कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों को मार गिराया है, साथ ही बैलिस्टिक मिसाइलों के भंडार को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने जोर दिया कि यह मिशन तब तक चलेगा, जब तक ईरान के परमाणु खतरे को पूरी तरह खत्म नहीं किया जाता। “हमें पता है कि दुश्मन को क्या मारा गया, लेकिन वे नहीं जानते कि अगला हमला कब होगा।”
नेतन्याहू का ईरानी जनता के प्रति समर्थन और शांति की अपील
नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि इज़राइल का संघर्ष ईरानी जनता के खिलाफ नहीं, बल्कि एक दमनकारी शासन के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “हम आपके साथ हैं, ईरानी लोगों, जिनका सम्मान करते हैं। आपकी रोशनी इस अंधकार को मिटा देगी।” नेतन्याहू ने महिलाओं, जीवन और आज़ादी का जिक्र करते हुए कहा कि अब वक्त है ईरान के गौरवशाली लोग अपने अधिकारों के लिए खड़े हों।
ईरान के सर्वोच्च नेता की कड़ी प्रतिक्रिया (Khamenei response to Israel)
वहीं, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने शनिवार को स्पष्ट किया कि देश के सशस्त्र बल पूरी तैयारी के साथ इज़राइल के खिलाफ खड़े हैं। उन्होंने कहा, “ज़ायोनी शासन ने एक बड़ी गलती की है, जिसका हम जवाब ताकत से देंगे। हमारे शहीदों के खून का बदला लिए बिना नहीं रहेंगे।” खामेनेई ने जोर दिया कि ईरान इज़राइल को कोई दया नहीं दिखाएगा।
खामेनेई का सैन्य प्रतिबद्धता और जनता का समर्थन
खामेनेई ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में कहा कि देश के अधिकारी और जनता सशस्त्र बलों के साथ पूरी तरह खड़े हैं। उन्होंने कहा, “हम ज़ायोनी शासन को भारी नुकसान पहुंचाएंगे और विजय प्राप्त करेंगे। ईरानी लोग हमारे साथ हैं।” उन्होंने अपने समर्थकों को आश्वस्त किया कि इस संघर्ष में हर संभव प्रयास किया जाएगा।