एक ही परिवार के थे तीन बच्चे
मरने वाले चार बच्चों में से तीन एक ही परिवार के थे। बताया जा रहा है कि 15 दिन पहले ही यह परिवार बेरमई बुजुर्ग गांव से हरियाणा काम की तलाश में गया था और ईंट भट्ठे पर काम कर रहा था। रविवार की रात जब बच्चे खेल रहे थे तभी भट्ठे की एक दीवार ढह गई और वे मलबे में दब गए। आसपास मौजूद लोगों ने मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाला लेकिन तब तक चारों बच्चों ने दम तोड़ दिया था।
गांव में पसरा सन्नाटा
इस हादसे की खबर जैसे ही बदायूं पहुंची वैसे ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। बच्चों के शवों के गांव पहुंचने के बाद मातम का माहौल और गहरा हो गया। हंसते-खिलखिलाते मासूम बच्चों की अचानक इस तरह मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया। जहां एक तरफ परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं गांव वालों की आंखे भी नम हो गईं। उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनके बच्चे जो अभी कुछ दिनों पहले तक हंसते-खेलते उनके साथ थे वो अब इस दुनिया में नहीं रहे। यह हादसा उन परिवारों के लिए एक ऐसा गम छोड़ गया है जिसे वे ताउम्र नहीं भुला सकेंगे।