देशभर में निर्यात, अब विदेशों की नजर
बुरहानपुर की करीब 40 हजार पॉवरलूम मशीनों पर प्रतिदिन तैयार हो रहे कपड़े देश के विभिन्न हिस्सों सहित विदेशों में भी भेजे जा रहे हैं। पहले जहां सिर्फ बुनाई होती थी, अब रंगाई, छपाई, डिजाइनिंग से लेकर रेडीमेड शर्ट-पैंट तक तैयार किए जा रहे हैं।
गर्मी में बुरहानपुरी गमछे की बढ़ी मांग
गर्मी के मौसम में बुरहानपुरी गमछे की डिमांड में काफी इजाफा होता है। यहां न केवल गमछा तैयार किया जाता है बल्कि उससे जुड़े धागे का उत्पादन भी होता है। साइजिंग और प्रोसेस यूनिट्स में साड़ी, दुपट्टा, सजावटी कपड़े और शर्टिंग-सूटिंग जैसे परिधान भी तैयार किए जा रहे हैं। यह भी पढ़े –
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शहर में करीब 40 हजार सामान्य पॉवरलूम मशीनों के साथ ही 4 हजार हाईस्पीड ऑटोमेटिक मशीनें भी कार्यरत हैं। प्रतिदिन लगभग 50 लाख मीटर कपड़ा तैयार होता है। टेक्सटाइल उद्योग में तेजी से हो रहे तकनीकी बदलावों ने बुरहानपुर को नई ऊंचाई दी है।
चार नए क्लस्टरों से उद्योग को मिलेगा बल
जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक अभिलाप मरावी के अनुसार, सरकार द्वारा चार नए टेक्सटाइल क्लस्टरों की स्थापना की जा रही है। मोहम्मदपुरा (19 एकड़), निबोला (57 एकड़) और सुखपुरी (135 एकड़) में विकसित हो रहे इन क्लस्टरों में अत्याधुनिक मशीनों से विभिन्न प्रकार के कपड़े तैयार किए जाएंगे।
बुनकरों और उद्योगपतियों को मिलेंगी सुविधाएं
इन क्लस्टरों में पावरलूम बुनकरों और उद्यमियों को बिजली, सड़क, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं दी जाएंगी। इससे क्षेत्र में टेक्सटाइल सेक्टर का और अधिक विकास होगा और बुरहानपुर एक प्रमुख रेडीमेड कपड़ा हब के रूप में उभरेगा।