नेपानगर नागरिक सहकारी बैंक में वर्षों तक अपनी पूंजी जमा करने वाले लोग बीते दो साल से सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। इनमें से कई जमाकर्ता मंगलवार को जिले के कलेक्टर से मिलने पहुंचे और अपनी राशि के लिए गुहार लगाई।
बताया जा रहा है कि नेपानगर सहकारी बैंक में करीब 8 करोड़ 85 लाख रुपए का गबन किया गया है। इससे बैंक कंगाल हो गया जिसके कारण जमाकर्ता और एफडी कराने वाले गहरे संकट में आ गए हैं। बैंक के कर्मचारियों द्वारा आम लोगों की जमा की गई पूंजी का गबन किया गया है। अब हाल ये है कि जमाकर्ताओं को न तो उनकी मूल राशि लौटाई जा रही है और न ही उस पर मिलने वाला ब्याज उन्हें दिया जा रहा है।
तीन राज्यों को तोड़कर बनाएंगे 21 जिलों का नया प्रदेश! बुलाई महापंचायत जमाकर्ताओं ने बताया कि घोटाले की शिकायतें दो सालों से संचालक मंडल द्वारा की जा रही है लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि घोटाले में लिप्त बैंक के कुछ कर्मचारियों को तो पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है लेकिन कई कर्मचारी अभी फरार हैं।
कलेक्टर ने मामले में 6 मई तक उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया
अपने ही पैसे नहीं मिलने से आक्रोशित कई लोग जिला कलेक्टर हर्ष सिंह के पास पहुंचे। उनसे अपनी जमाराशि वापस दिलवाने की मांग की। अब कलेक्टर ने मामले में 6 मई तक उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।