अजाक्स इंजीनियरिंग IPO (Ajax Engineering IPO)
सब्सक्रिप्शन डेट: 10 फरवरी 2025 – 12 फरवरी 2025इश्यू साइज: ₹1,295.35 करोड़
इश्यू का प्रकार: पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS)
शेयरों की संख्या: 2.02 करोड़
प्राइस बैंड: ₹599 – ₹629 प्रति शेयर
लॉट साइज: 23 शेयर
न्यूनतम निवेश: ₹14,467
लीड मैनेजर: ICICI Securities, Citigroup Global Markets India, JM Financial, Nuvama Wealth Management, SBI Capital Markets
कैसे रहेगा बाजार का असर?
अजाक्स इंजीनियरिंग ऑटोमेशन और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में एक महत्वपूर्ण नाम है। कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन अप्रोच इसे निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनाती है।हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज IPO (Hexaware Technologies IPO)
सब्सक्रिप्शन डेट: 12 फरवरी 2025 – 14 फरवरी 2025इश्यू साइज: ₹8,750 करोड़
इश्यू का प्रकार: पूरी तरह से OFS
शेयरों की संख्या: 12.36 करोड़
प्राइस बैंड: ₹674 – ₹708 प्रति शेयर
लॉट साइज: 21 शेयर
न्यूनतम निवेश: ₹14,868
लीड मैनेजर: Kotak Mahindra Capital, Citigroup Global Markets India, JP Morgan India, HSBC Securities & Capital Markets, IIFL Securities
क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल IPO (Quality Power Electrical IPO)
सब्सक्रिप्शन डेट: 14 फरवरी 2025 – 18 फरवरी 2025इश्यू साइज: ₹225 करोड़ (फ्रेश इश्यू) + 1.49 करोड़ शेयर (OFS)
प्राइस बैंड: अभी घोषित नहीं
लीड मैनेजर: Pantomath Capital Advisors
![IPO](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2025/02/image_bf1978.png)
IPO मार्केट का मौजूदा ट्रेंड
भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ का दौर तेज़ी से बढ़ रहा है। 2024 में कुल ₹1.22 लाख करोड़ की राशि आईपीओ के जरिए जुटाई गई, जो एक नया रिकॉर्ड था। इससे पहले, 2021 में ₹1.18 लाख करोड़ जुटाए गए थे। 2025 में भी यह रुझान जारी रहने की संभावना है, क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिरता और निवेशकों की बढ़ती रुचि इसे मजबूती दे रही है।इनवेस्टमेंट से पहले इन बातों का रखें ध्यान
- किसी भी आईपीओ में निवेश करने से पहले कंपनी की बैलेंस शीट, बिजनेस मॉडल और उद्योग में उसकी स्थिति का विश्लेषण करें।
- सिर्फ FOMO (Fear of Missing Out) की वजह से निवेश करने से बचें।
- छोटे निवेशकों को प्राइस बैंड, शेयर अलॉटमेंट और मार्केट ट्रेंड पर नजर रखनी चाहिए।
- लांग टर्म इनवेस्टमेंट के लिए, कंपनी का फ्यूचर ग्रोथ पोटेंशियल और मैनेजमेंट टीम की रणनीतियों को समझना जरूरी है।
- वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना भी एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।