किसानों को अपनी उपज की लागत भी नहीं मिल रही
जोशी ने कहा कि पंजाब में किसानों को फूलगोभी का दाम एक से दो रुपये प्रति किलोग्राम मिल रहा है और दूसरी तरफ हरियाणा में किसानों को भारतीय जनता पार्टी सरकार की भावांतर भरपाई योजना के तहत 7.50 रुपये प्रति किलोग्राम दे रही है, यह स्पष्ट दर्शाता है कि भाजपा किसान हितैषी है।किसानों की दयनीय स्थिति के लिये पंजाब सरकार को दोषी ठहराते हुये जोशी ने कहा कि पंजाब में करीब 55,000 एकड़ में फूलगोभी की खेती की जाती है, लेकिन किसानों को अपनी उपज की लागत भी नहीं मिल रही। किसान मंडी तक फूलगोभी ले जाने या तुड़ाई का खर्च उठाने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की अनदेखी की वजह से किसान फूलगोभी को खेतों में ही जोतने को मजबूर हैं।
मटर की फसल बर्बाद होने पर नहीं मिला मुआवजा
इससे पहले पिछले साल मटर की फसल बर्बाद होने पर पंजाब सरकार ने कोई मुआवजा नहीं दिया था। इसके अलावा, केंद्र सरकार की ओर से धान खरीद के लिये 44,000 करोड़ रुपये भेजे जाने के बावजूद राज्य में धान खरीद पर कटौती हुई, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस पर भी चुप्पी साध ली।जोशी ने हरियाणा का उदाहरण देते हुये कहा कि वहां की भाजपा सरकार 2018 से लगातार भावांतर भरपाई योजना के तहत 16 सब्जियों और पांच फलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) उपलब्ध करवा रही है। इसके विपरीत, पंजाब में किसानों को न तो मुआवजा दिया गया और न ही सब्जी और फलों की फसलों पर कोई ठोस नीति बनायी गयी। जोशी ने कहा कि आलू और टमाटर के किसानों की हालत भी बदतर है।