घना कोहरा और दृश्यता में कमी
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों के भीतर जिले के विभिन्न हिस्सों में घना कोहरा देखने को मिल सकता है। यह कोहरा विशेष रूप से सुबह के समय दृश्यता को प्रभावित करेगा, जिससे सडक़ पर यात्रा करने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर राष्ट्रीय राजमार्गों और प्रमुख सडक़ों पर वाहन चालकों को अपनी यात्रा में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। कोहरे के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है, जिससे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात विभाग ने अतिरिक्त चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं।
शीतलहर सताएगी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान समय में उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी चल रही है, और छतरपुर जिले में भी ठंड में बढ़ोतरी हो सकती है। जिले के विभिन्न हिस्सों में न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। इसके कारण ठंड और भी महसूस होगी, जिससे लोगों को परेशानी हो सकती है। किसानों के लिए यह मौसम सबसे चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि किसानों को अपनी फसलों को ठंड से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरतनी होगी।
इसलिए आ रहा बदलाव
मौसम में यह बदलाव एक पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर भारत में प्रवेश करने वाली ठंडी हवाओं के कारण हो रहा है। इसके चलते जिले में अचानक मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। विशेष रूप से मध्य भारत में इन दिनों बादल और कोहरे का असर देखा जा रहा है, जो अगले कुछ दिनों तक बना रह सकता है। इससे तापमान में गिरावट होगी और ठंड का असर ज्यादा महसूस किया जाएगा।
सावधानियों की सलाह
मौसम विभाग ने जिले के निवासियों से सलाह दी है कि वे इस बदलते मौसम के साथ अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कदम उठाएं। घने कोहरे के कारण सडक़ दुर्घटनाओं से बचने के लिए वाहन चालकों को रफ्तार धीमी रखने और हेडलाइट का प्रयोग करने की सलाह दी गई है। साथ ही बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाने के लिए उचित गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है। कृषि विभाग ने भी किसानों से आग्रह किया है कि वे अपनी फसलों को ठंड से बचाने के लिए उचित उपाय करें। फसलों को ठंड से बचाने के लिए किसानों को नाइट कवर, धुआं जलाने और पानी का छिडक़ाव करने जैसे उपायों को अपनाने के लिए कहा गया है।