प्लॉट के आवंटन में गड़बड़ी और विवाद कई वर्षो से चल रहा
चंद्रपुरा औद्योगिक क्षेत्र में प्लाटों के आवंटन को लेकर पिछले कई सालों से विवाद चल रहा है। डीआईसी (जिला उद्योग केंद्र) अधिकारियों द्वारा प्लॉटों का सीधा हस्तांतरण करने की वजह से नए विवाद खड़े हो गए हैं। इससे प्लॉटों के स्वामित्व पर सवाल उठने लगे हैं। इसके अलावा, अधिकारियों ने टीएनसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) के स्वीकृत नक्शे की अनदेखी करते हुए प्लाटों का आवंटन किया, जिससे 64 केस हाईकोर्ट में पहुंच गए।
गड़बडिय़ों के चलते कारोबारी डरे हुए हैं
इस गलत तरीके से प्लॉटों का आवंटन और विवादों के चलते उद्यमी भयभीत हैं। यहां तक कि औद्योगिक क्षेत्र के आकार लेने के बाद, अब तक यहां केवल 20 प्लॉटों में ही छोटी-छोटी इकाइयां शुरू हो पाई हैं। इसके अलावा, क्षेत्र में विभिन्न आवश्यक सुविधाओं की कमी के कारण भी औद्योगिक गतिविधियां बाधित हो रही हैं।
मूलभूत सुविधाओं की कमी भी नहीं हो पा रही दूर
औद्योगिक क्षेत्र में आवश्यक मूलभूत सुविधाओं का अभाव भी एक प्रमुख कारण है कि यहां उद्योग नहीं लग पा रहे हैं। उद्यमियों का कहना है कि यहां तक कि पेयजल संकट के बावजूद डीआईसी के अधिकारियों ने इस समस्या को हल करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। उद्योग लगाने वाले कारोबारियों को सडकों की स्थिति और जल आपूर्ति की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। चंद्रपुरा औद्योगिक क्षेत्र की श्रमिक बस्ती में सिर्फ एक हैंडपंप चालू है, जबकि दो हैंडपंप खराब पड़े हैं। इसके अलावा, एप्रोच रोड की हालत इतनी खराब है कि सडकों पर गड्डे ही गड्डे नजर आते हैं और श्रमिकों और उद्यमियों को धूल से जूझना पड़ता है।
उद्यमियों की मांग और प्रशासनिक अनदेखी
उद्यमियों ने इस बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्लॉट आवंटन में गड़बड़ी के कारण वे व्यावसायिक गतिविधियों में उलझे हुए हैं। कई उद्यमियों ने कहा कि जब तक प्लॉट के स्वामित्व को लेकर विवाद नहीं सुलझेगा, तब तक वे यहां निवेश करने से डरेंगे। उद्यमी राहुल मिश्रा ने कहा, चंद्रपुरा औद्योगिक क्षेत्र में यहां के अधिकारियों द्वारा मनमाफिक तरीके से प्लॉटों का आवंटन किया गया है, जिसकी वजह से हम लोग यहां औद्योगिक गतिविधियां शुरू नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा, यहां की सडकों और अन्य सुविधाओं का भी बुरा हाल है। गिरीश कुमार दुबे एक अन्य उद्यमी ने कहा यहां का मूलभूत ढांचा खस्ताहाल है और सरकारी तंत्र हमारी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहा है। हम जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से औद्योगिक क्षेत्र में सुविधाओं के विस्तार की मांग करेंगे।
प्रशासन से समाधान की उम्मीद
चंद्रपुरा औद्योगिक क्षेत्र के मामले में जल्द समाधान की उम्मीद जताते हुए प्रभारी जीएम चंद्रशेखर पांडेय ने कहा, “हम उद्यमियों से चर्चा करेंगे और इस समस्या को हल करने के लिए काम करेंगे। पूर्व में अधिकारियों ने जो सुविधाओं की कमी छोड़ी थी, वह अब हमें पूरी करनी है। किसी भी व्यापारिक समस्या को सुलझाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किए गए हैं, उन पर विचार किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि प्रशासन और उद्यमियों के बीच इस मसले पर चर्चा और समन्वय से चंद्रपुरा औद्योगिक क्षेत्र में कारोबारियों के लिए एक बेहतर और सुविधाजनक माहौल तैयार किया जा सकेगा। अगर प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम उठाता है, तो यह क्षेत्र औद्योगिक गतिविधियों के लिए एक प्रमुख केंद्र बन सकता है।