कमलनाथ ने कहा कि मैं जब मुख्यमंत्री था तो उद्योगपतियों के साथ बैठकें कर विश्वास जगाया था। भाजपा को नौजवानों से कोई लेना देना नहीं है। नौकरी के लिए आज भी मध्यप्रदेश का नौजवान भटक रहा है। आज भी मेरे पास प्रदेश भर से युवा नौकरी के लिए आवेदन लेकर आते हैं। उन्होंने कहा कि पांढुर्ना को विकास की जरूरत है, लेकिन भाजपा सिर्फ बातें करना जानती है। मैंने अपनी जवानी दी है और आज कहता हूं कि जिंदगी भी आपको समर्पित है। हमेशा सच का साथ देना। कार्यकर्ताओं का प्यार और विश्वास ही मेरी परमशक्ति है।
पांढुर्ना को सिर्फ जिले का नाम दिया, काम कुछ भी नहीं किया- नकुलनाथ
सम्मेलन में उपस्थित पूर्व सांसद नकुलनाथ ने कहा कि भाजपा ने जिला तो बना दिया, लेकिन जिले के नाम पर सिर्फ कलेक्टर, एसपी को बैठाया है जो रबर स्टॉम्प का काम कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में निवेश आने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, क्या इनका दायित्व नहीं है, नए जिले पांढुर्ना में निवेश लाए। उन्होंंने कहा कि चुनाव के दौरान इन्होंने खूब कहा कि डंबल इंजन की सरकार है। ऐसा होगा, वैसा होगा, लेकिन अब इनसे पूछों क्या हुआ। सच तो यह है कि भाजपा के दोनों इंजनों का डीजल खत्म है और बैटरी आउट है। बहनों को तीन हजार रुपए प्रति माह देने की बात की थी, सिर्फ 1250 मिल रहे हैं, पूछो बाकी पैसा कहां है।
कांग्रेस छोडकऱ जाने वाले अवसरवादी
सम्मेलन में पांढुर्ना-सौंसर के विधायक जमकर बरसे। सौंसर विधायक विजय चौरे ने कहा जिले के धंधों में रहने वाले लोग अवसरवादी बनकर सत्ताधारी दल में शामिल हो गए, लेकिन जो कार्यकर्ता कांग्रेस में बचे हैं वे 24 कैरेट हैं। पांढुर्ना विधायक नीलेश उइके ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमारे कार्यकर्ताओं ने पूरी ईमानदारी के साथ मेहनत की। भाजपा ने झूठ बोलकर चुनाव जीता। रेलवे की समस्याएं हो या विकास की कोई भी बात कमलनाथ के प्रयासों से हुए काम ही दिखाई देते हैं। जतन उइके ने कहा कि आदिवासियों पर कांग्रेस को छोडकऱ भाजपा का साथ देने के आरोप लग रहे हैं, क्योंकि भाजपाई इतना शानदार झूठ बोल रहे हंै कि भोले भाले लोग इनकी बातों में आ रहे हैं। सम्मेलन को जिला प्रभारी रामूसिंह टेकाम, डॉ. येमदे, महिला कांग्रेस अध्यक्ष जोगी, जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष और जिला आदिवासी कांग्रेस प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने संबोधित किया।