देवकी, नीतू, लता और मंजू के प्रयास
देखा जाए तो ग्राम राजाखोह में वर्ष 2018 में गायत्री स्व-सहायता समूह का गठन किया गया था। इसकी महिला सदस्य देवकी चौरे, नीतू अहिरवार, लता मर्सकोले और मंजू चौरे ने महुआ कुकीज, मिलेट्स कुकीज, महुआ मिलेट्स कुकीज, महुआ लड्डू और नानखटाई का कार्य प्रारंभ किया था। जिसका उल्लेख प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में किया।ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त की सहायता
इस समूह ने पहले मप्र डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से पहले फंड जुटाया। पहले 15 हजार फिर 1.50 लाख रुपए अर्जित किए। महुआ कुकीज, मिलेट्स कुकीज, महुआ मिलेट्स कुकीज, महुआ लड्डू, नानखटाई निर्माण की ट्रेनिंग ली। ग्रामीण क्षेत्र से महुआ की खरीदी का कार्य प्रारम्भ किया। तैयार उत्पादों को स्थानीय मेला, भोपाल हाट कुकीज निर्माण इकाई बाजार, सरस मेला, मिलेट फूड फेस्टिवल, आजीविका प्रदर्शनी, विभागीय प्रदर्शनी में रखा। स्थानीय बाजारों में उत्पादों की मार्केटिंग एवं विक्रय शुरू किया। अब उनकी मासिक आय-12 से 15 हजार रुपए हो रही है। ये महिलाएं अब खुद आत्मनिर्भर है।प्रशासन ने दिलाई ऑनलाइन आर्डर सुविधा
प्रशासन की ओर से हाल ही में पातालकोट आजीविका उत्पादों को निरंतर बढावा देने ऑनलाईन आर्डर की सुविधा एनआईसी पोर्टल के माध्यम से दी गई है। जिसमें गायत्री (अरन्यका) स्व सहायता समूह को भी शामिल किया गया है। अब तक गायत्री (अरन्यका) स्व सहायता समूह को 105 ऑन लाइन आर्डर छिंदवाड़ा, रतलाम, जबलपुर, भोपाल तथा नागपुर जिले से प्राप्त हुए। इस आर्डर से समूह ने अतिरिक्त 18680 रुपए की आय अर्जित की।….