मां नर्मदा नेमा कृषि केंद्र अमरवाड़ा के पिपरिया राजगुरु मार्ग पर स्थित खाद गोदाम का नायब तहसीलदार श्रीकांत भूरिया तथा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी प्रभारी अनीता डेहरिया ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। संचालक को गोदाम पर उपस्थित होने को कहा गया, परंतु संचालक के छिंदवाड़ा में होने एवं किसी अन्य के द्वारा भी गोदाम खोलकर नहीं बताया गया। संचालक सनल नेमा के छिंदवाड़ा से आने के बाद शाम 5.20 बजे गोदाम का निरीक्षण किया गया।
इस दौरान विक्रेता की पीओएस मशीन में 22 टन यूरिया का स्टॉक दिखाया गया परंतु गोदाम में 25.200 टन यूरिया लगभग 560 बोरी (हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड) पाई गई एवं अन्य उर्वरक जैसे जिंक टेंड एसएसपी कपनी (पटेल फारकेम लिमि.) 120 बोरी लगभग एमओपी कंपनी (इंडियन पोटाश लिमि.) 60 बोरी लगभग एनपीके 20:20:13 कंपनी (मध्यभारत एग्रो फस्केम लिमि.) 100 बोरी लगभग बायोपोटाश कंपनी (नेशनल फटीलाइजर लिमिटेड) 200 बोरी उर्वरकों का भंडारण होना पाया गया।
संचालक के गोदाम में भंडारित यूरिया उर्वरक का स्रोत प्रमाण पत्र की जानकारी प्रस्तुत नहीं की गई। लाइसेंस में जुड़े स्रोत प्रमाण पत्रों की वैधता अवधि भी समाप्त पाई गई। मां नर्मदा नेमा कृषि केंद्र अमरवाड़ा के संचालक की मौजूदगी में भंडारित उर्वरकों को जब्त कर गोदाम की सील बंद किया गया।
सिंगोड़ी में खाद बीज की दुकानों का निरीक्षण
सिंगोड़ी क्षेत्र में यूरिया के संकट होने पर नायब तहसीलदार एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ने निजी कृषि खाद बीज दुकानदारों की दुकान में जाकर जांच की। कुछ दुकानदारों के पास खाद का स्टॉक मिला। रिकॉर्ड की जांच की। सिंगोड़ी क्षेत्र में खाद बीज की कृषि दुकानों की नायब तहसीलदार श्रीकांत भूरिया, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अनीता डेहरिया एवं कृषि विस्तार अधिकारी रवि शंकर ठाकुर, राजेश धुर्वे ने जांच की एवं दुकानदारों को आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही कहा कि खाद के गोदाम एवं स्टॉक रजिस्टर रिकॉर्ड मशीन में स्टॉक एकरूपता पाई जाए। यदि दोनों में एकरूपता नहीं पाई गई तो कार्यवाही की जाएगी। बिल बुक की रसीद की प्रति सहित अन्य आवश्यक दस्तावेजों को देख दुकानदारों को दिशा