प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने महुआ के फूलों के बारे में जरूर सुना होगा। देश के कई हिस्सों में महुआ के फूलों की यात्रा अब एक नए रास्ते पर निकल पड़ी है। छिंदवाड़ा जिले में महुआ के फूल से कुकीज बनाए जा रहे हैं। राजाखोह की चार बहनों के प्रयास से कुकीज लोकप्रिय हो रही हैं। इन महिलाओं का जज्बा देखकर एक बड़ी कंपनी ने इन्हें काम करने की ट्रेनिंग दी। इनसे प्रेरित होकर गांव की कई महिलाएं इनके साथ जुड़ गई हैं। इनके बनाए महुआ कुकीज की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसके बाद मोदी ने तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में भी दो बहनों के महुआ के फूलों से तरह-तरह के पकवान बनाने की बात कही।
देवकी, नीतू, लता और मंजू के प्रयास
ग्राम राजाखोह में 2018 में गायत्री स्व-सहायता समूह का गठन किया गया था। इसकी सदस्य देवकी चौरे, नीतू अहिरवार, लता मर्सकोले और मंजू चौरे ने महुआ कुकीज, मिलेट्स कुकीज, महुआ मिलेट्स कुकीज, महुआ लड्डू और नानखटाई का कार्य प्रारंभ किया था। इसका उल्लेख रविवार को प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में किया।