पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि गुरुवार को एक व्यक्ति ने साइबर थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि पैसों की आवश्यकता पड़ने पर उसने अपनी पहचान के रवि जाट को कहा तो रवि ने एक स्कीम के बारे में बताया, जिसमे सरकारी योजनाओं के पैसे खाते में जमा होते हैं। रवि ने उसे कहा कि उसके एक सर है जो वर्तमान मे चल रही सरकारी योजनाओं के पैसे कुछ कमीशन पर दिलाते है।
बताया कि हामी करने के कुछ दिन बाद रवि ने कॉल कर कहा कि सर से बात हो गई है। सरकारी योजना के पैसे के लिए एक नया बैंक अकाउन्ट, उस अकाउन्ट की चैक बुक, एटीएम कार्ड, पासबुक व सिमकार्ड चाहिए। बैंक अकाउंट खुलवा सभी दस्तावेज उसने रवि को शास्त्रीनगर में दिए। रवि ने उसे बताया कि कुछ ही दिन मे आपके खाते में सरकारी योजनाओं का पैसा जमा होगा व सर अपना कमीशन लेने के बाद वापस आपके सारे दस्तावेज दे देंगे।
रवि ने उसे यह भी कहा कि आपके खाते मे हर महीने योजनाओं के पैसे आने लग जायेगे। कुछ समय बाद उसने रवि से दस्तावेज मांगे तो वह टालमटोल करने लगा। बैंक जाकर एकाउंट की जानकारी ली तो बैंक वालो ने उसके एकाउंट पर साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज होना, नेट बैंकिंग के जरिये साइबर ठगी के पैसों का लेन-देन होना व अकाउन्ट फ्रिज होना बताया। इस पर साइबर थाने पर प्रकरण दर्ज कर जांच की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुये एएसपी मुकेश सांखला के सुपरविजन व डीएसपी साइबर थाना रामेश्वर लाल के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल ललिता, कांस्टेबल रामनिवास, धर्मपाल, महेन्द्र, संजय, अजीत व स्वाती एवं साइबर सैल से हैड कांस्टेबल राजकुमार की विशेष टीम गठन कर बदमाशों की तलाश शुरू की गई।
परिवादी द्वारा बताये गये हुलिये के आधार पर आरोपियों की पहचान के लिए तकनीकी साक्ष्यो के आधार पर तलाश की गई। आरोपी रवि जाट व अजीत सिंह कुडी को डिटेन कर विस्तृत पुछताछ कर गिरफतार किया गया। आरोपियों ने बताया कि इनकी टीम में अन्य सदस्य भी है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमाण्ड पर लिया जाकर अन्य वारदातों के बारे में पता लगाया जायेगा।