पहले मजदूर से बना मिस्त्री
शुरुआत में मजदूरी करके 440 रुपये रोज की दिहाड़ी मिलती थी। धीरे-धीरे उन्होंने छत डालना, कोलम भरना और मिस्त्री का काम भी सीख लिया जिससे मजदूरी बढ़कर 600 रुपये तक हो गई। दिनभर मजदूरी करके रात को पढ़ाई का समय निकालते और नींद भी पूरी करते।
Success Story: करोड़ों में है राजस्थान की इस 8वीं पास महिला का सालाना टर्नओवर, पति का काम बंद होने के बाद शुरू किया Business
ऐसे करते-करते बीए हो गई जिसके बाद बीएड करने के लिए उदयपुर पहुंचे। छोटे भाई और चचेरे भाई के साथ मिलकर किराए का मकान लिया। यहां भी मजदूरी और पढ़ाई साथ-साथ चलती रही।6 सरकारी परीक्षाओं में हुए फेल
उन्होंने 6 सरकारी परीक्षाएं दी लेकिन सभी परीक्षाओं में असफलता ही हाथ लगी। उन्होंने राजस्थान पुलिस, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, लैब असिस्टेंट और द्वितीय श्रेणी शिक्षक की परीक्षाएं दी थी लेकिन हार नहीं मानकर फिर कोशिश की।मजदूर से बने शिक्षक
2023 में किशन की मेहनत रंग लाई और 7वीं परीक्षा में वह थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में 300 में से 222 अंक लाकर पास हो गए। जिसके बाद 30 सितंबर 2023 को उन्होंने नयाखेड़ा गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षक पद पर जॉइन किया।अब सोशल मीडिया पर एक्टिव
किशन मीणा इनदिनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है और खुदकी जर्नी सोशल मीडिया के जरिये शेयर करते हैं। वहीं सरकारी स्कूल में पढ़ाते हुए और बच्चों की मस्तियों की रील भी शेयर करते हैं।