इसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज जेमी स्मिथ और ब्रायडन कार्स ने आठवें विकेट के लिए 84 रन की साझेदारी की। स्मिथ को 51 के स्कोर पर आउट कर सिराज ने इस साझेदारी को तोड़ा। उस समय टीम का स्कोर 355 था। आर्चर नौवें विकेट के रूप में 370 के स्कोर पर आउट हुए। उन्हें बोल्ड कर बुमराह ने अपना पांचवां विकेट लिया। ब्रायडन कार्स आखिरी विकेट के रूप में 387 के स्कोर पर आउट हुए। कार्स 56 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें सिराज ने आउट किया। इंग्लैंड की पारी दूसरे सत्र में समाप्त हुई। विपक्षी टीम के निचले क्रम के बल्लेबाज हमेशा से भारतीय टीम की परेशानी रहे हैं। भारतीय टीम ने यहां भी इंग्लैंड की पारी में 271 पर सात विकेट गिरा दिए थे। लेकिन, आखिरी तीन विकेट ने 116 रन जोड़कर टीम को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचा दिया।
विकेट के लिए तरसे सुंदर और आकाश
जसप्रीत बुमराह को छोड़कर बाकी गेंदबाज प्रभावी नहीं रहे। भारतीय टीम ने फिर खराब फील्डिंग की और कई कैच टपकाए। अगर कैच नहीं छूटे होते तो इंग्लैंड की पारी 300 रन के अंदर सिमट सकती थी। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने पांच, सिराज और रेड्डी ने दो-दो और जडेजा ने एक विकेट लिए। इसके अलावा सुंदर और आकाश दीप को कोई सफलता नहीं मिली। आकाश दीप ने दूसरे टेस्ट में 10 विकेट हासिल किए थे।